दिल्ली

इन 3 बैंकों के पास है इंद्र का कवच! यहां रखा है पैसा तो डूबने का नो चांस, क्या आप भी हैं इनमें से किसी के ग्राहक

नई दिल्ली. हम में से ज्यादातर लोग अपने मेहनत की जमापूंजी बैंकों में ही रखते हैं. यह सेविंग्स अकाउंट या फिर एफडी के रूप में रखी गई रकम होती है. लेकिन अगर वह बैंक की डूब जाए तो क्या हो. आरबीआई की ओर से यह जरूर अनिवार्य किया है कि बैंक अपने ग्राहकों की राशि का बीमा कराएं. लेकिन यह भी अधिकतम 5 लाख रुपये तक का ही होता है. इसका मतलब है कि अगर बैंक डूबा तो आपकी वहां जितनी भी रकम पड़ी हो आपको मिलेगा 5 लाख रुपया ही.इसलिए जरूरी है कि पैसा उसी बैंक में रखा जाए जो सुरक्षित हो. अब ये कैसे पता चलेगा कि कौन सा बैंक सुरक्षित है. यह भी पता लगाया जा सकता है. भारत के 3 तीन बैंकों को सबसे सुरक्षित बैंक माना गया है. यह बैंक आरबीआई के डोमेस्टिक सिस्‍टमिकली इम्‍पॉर्टेंट बैंक (Domestic Systemically Important Banks/D-SIBs) के अंतर्गत आते हैं. अगर यह बैंक डूबने की कगार पर पहुंचते भी हैं तो भी आरबीआई व देश की सरकार के समर्थन से बचाने का प्रयास किया जाएगा. यह इतने बड़े बैंक हैं कि इनके डूबने से पूरे देश की अर्थव्यवस्था तबाह हो सकती है.कौन से हैं ये बैंक
आरबीआई द्वारा जारी सबसे सुरक्षित बैंकों की सूची में एक सरकारी और 2 निजी बैंक हैं. इसमें पहला बैंक है स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI). दूसरा बैंक एचडीएफसी और तीसरा आईसीआईसीआई बैंक है. आरबीआई 2015 से इस लिस्ट को जारी कर रहा है. 2017 में पहली बार इस लिस्ट में एचडीएफसी को शामिल किया गया था.अलग-अलग हैं बकेट
बैंकों की अहमियत के आधार पर उन्हें अलग-अलग बकेट में रखा जाता है. आरबीआई ने इसके लिए पांच बकेट्स तय किये हैं. 5वें बकेट में जो बैंक होंगे वह सबसे सुरक्षित बैंक होंगे और जो बकेट वन में बैंक होंगे वह इनमें से सबसे कम सुरक्षित बैंक होंगे. अभी एसबीआई बकेट 3 में है जबकि बाकी 2 बैंक बकेट 1 में है. गौरतलब है कि यह इसका मतलब यह नहीं कि ये कमजोर सुरक्षा वाले बैंक हैं. इसका मतलब यह है कि अभी देश के सबसे सुरक्षित बैंकों की आपस में तुलना में सबसे ऊपर एसबीआई है. D-SIBs की लिस्ट में शामिल होने के लिए बैंक की कुल एसेट देश की जीडीपी के 2 फीसदी हिस्से से अधिक होनी चाहिए.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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