अफगानिस्तान के साथ जंग पाकिस्तान को अब भारी पड़ने लगी है. सैन्य संघर्ष में हुए नुकसान के साथ पाकिस्तान में अब इस जंग का असर खाने पीने के सामान की कीमतों पर दिखने लगा है. दरअसल जंग के बाद अफगानिस्तान के साथ कारोबार बंद हो गया है इससे कई सामान की आवाजाही घटी है. पाकिस्तान की वित्तीय राजधानी कराची में लोग इन दिनों प्याज़ के ऊंचे दाम चुकाने को मजबूर हैं. दरअसल झड़पों के बाद अफगानिस्तान के साथ सीमा पार व्यापार को निलंबित कर दिया गया. इसके चलते कराची में प्याज़ की कीमतें 220 पाकिस्तानी रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. ये भारत में प्याज के भाव के मुकाबले दोगुना से भी ज्यादा है. कारोबारियों को आशंका है कि प्याज के भाव कुछ समय तक ऊपर ही बने रह सकते हैं.प्याज़ की यह किल्लत उस समय आई है जब कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान को टमाटर की भारी कमी का सामना करना पड़ा था. टमाटर की कीमतें एक समय 600 से 700 पाकिस्तानी रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थीं. हालांकि अब ईरान से टमाटर आयात किए जाने के बाद उनकी कीमतें घटकर 200 पाकिस्तानी रुपये प्रति किलो पर आ गई हैं.
भाव में जारी रह सकती है बढ़त
एक थोक व्यापारी के अनुसार, मांग और आपूर्ति के अंतर के कारण आने वाले दिनों में प्याज़ की कीमतें ऊंची बनी रह सकती हैं. दिलचस्प बात यह है कि कमिश्नर कराची द्वारा जारी किए गए दैनिक खुदरा दाम बाज़ार की वास्तविक कीमतों से मेल नहीं खाते. उदाहरण के लिए, प्याज़ का आधिकारिक खुदरा मूल्य 104 रुपये प्रति किलो तय है, लेकिन यह बाज़ार में 220 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. थोक व्यापारियों के मुताबिक सिंध की नई फसल की आपूर्ति अभी बहुत सीमित मात्रा में शुरू हुई है और नवंबर के तीसरे सप्ताह तक बढ़ने की संभावना है. अफगानिस्तान से आपूर्ति सीमा झड़पों के कारण बंद है, इसलिए तब तक प्याज़ की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी. उन्होंने बताया कि ईरान से थोड़ी मात्रा में प्याज़ आ रही है, लेकिन वहां की कीमतें भी ऊंची हैं और सीमा पर क्लियरेंस में दिक्कतें हैं.





