इंदौर। क्रिकेट के बहाने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महानआर्यमन भी खेल राजनीति में कदम रखने को तैयार हैं। मध्य प्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) के मंगलवार को होने वाले चुनावों में महानआर्यमन निर्विरोध अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। 29 साल की उम्र में वे एमपीसीए के सबसे युवा अध्यक्ष होंगे। मामले में वे अपने ही पिता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कीर्तिमान तोड़ने जा रहे हैं। अब तक एमपीसीए के सबसे युवा अध्यक्ष का रिकॉर्ड ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम था, जो 35 वर्ष की आयु में अध्यक्ष बने थे।
में सबसे युवा प्रदेश क्रिकेट संगठन अध्यक्ष वर्तमान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर रहे हैं, जो 26 वर्ष की उम्र में हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने थे। संभवत: महानआर्यमन वर्तमान में देश के सबसे युवा प्रदेश क्रिकेट अध्यक्ष होंगे। गोवा के वर्तमान अध्यक्ष विपुल फड़के फिलहाल 32 वर्ष के हैं।
सिंधिया परिवार का क्रिकेट की राजनीति से नाता तीन पीढ़ियों का है। महानआर्यमन के पिता ज्योतिरादित्य और दादा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया भी मध्य प्रदेश क्रिकेट संगठन के अध्यक्ष रह चुके हैं। माधवराव सिंधिया भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के भी अध्यक्ष रहे थे।
महानआर्यमन के क्रिकेट की राजनीति में आने की भूमिका तीन साल पहले से बनना शुरू हो गई थी। वर्ष 2022 में उन्हें ग्वालियर संभागीय क्रिकेट संगठन का उपाध्यक्ष चुना गया था। इसके बाद बीते दो साल से उनकी अगुआई में मप्र क्रिकेट लीग का आयोजन भव्यता से किया गया।
अब त्रिवार्षिक चुनावों में उनकी अगुआई वाले पैनल के सामने कोई भी विपक्षी उम्मीदवार नहीं होने से सभी का निर्विरोध निर्वाचन तय है। एमपीसीए के 68 साल के इतिहास में वे सबसे युवा अध्यक्ष होंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्ष 2006 में पहली बार अध्यक्ष बने थे, तब उनकी उम्र 35 वर्ष थी।
स्व. माधवराव सिंधिया ने 37 वर्ष की उम्र में पहली बार एमपीसीए के अध्यक्ष की कुर्सी संभाली थी। एमपीसीए के पहले अध्यक्ष मनोहर सिंह मेहता थे, जिन्होंने 1957 में पद संभाला था