नई दिल्ली। ट्रंप की ‘टैरिफ टेरर’ की धमकियों के बीच ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दी सिल्वा ने सोमवार को अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग से बात की। दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच करीब एक घंटे तक बात हुई जिसमें उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार और ब्रिक्स देशों की भूमिका पर चर्चा की।ब्राजील के राष्ट्रपति के ऑफिस की ओर जारी बयान में कहा गया है कि दोनों देशों ने बहुपक्षवाद, जी20 और ब्रिक्स की भूमिका पर सहमति जताई है। दोनों राष्ट्रपतियों ने अर्थव्यवस्थाओं के बीच नए व्यावसायिक अवसरों की तलाश करने की अपनी इच्छा पर भी जोर दिया है।
राष्ट्रपति लूला ने पीएम मोदी से की बात
इससे पहले, 7 अगस्त को ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दी सिल्वा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बात की। दोनों नताओं की बातचीत के बाद पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति लूला के साथ अच्छी बातचीत हुई। ब्राजील की मेरी यात्रा को यादगार और सार्थक बनाने के लिए उनका धन्यवाद। हम व्यापार, ऊर्जा, तकनीक, रक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में अपनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ग्लोबल साउथ के देशों के बीच एक मजबूत, जन-केंद्रित साझेदारी से सभी को लाभ होता है।
‘ट्रंप को फोन क्यों करूं…’
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ टेरर के खिलाफ राष्ट्रपति लूला ने ना झुकने का फैसला लिया है। उन्होंने बीते दिनों यहां तक कह दिया था कि में ट्रंप से बात क्यों करूं? मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बात करुंगा।
लूला ने साफ तौर पर कहा था कि वे ट्रम्प से बात करने के मूड में नहीं हैं, क्योंकि ट्रम्प ‘बातचीत के लिए तैयार नहीं’। उन्होंने कहा, “मैं शी चिनफिंग को फोन करूंगा, मैं पीएम मोदी को फोन करूंगा। मैं पुतिन को नहीं बुलाऊंगा, क्योंकि वह अभी सफर नहीं कर सकते। लेकिन मैं कई और राष्ट्रपतियों से बात करूंगा।”
ब्रिक्स में भारत, रूस और चीन जैसे देश शामिल हैं। अमेरिका अक्सर इन देशों पर डॉलर के एकाधिकार को कमजोर करने का आरोप लगाता रहता है। ट्रम्प ने धमकी दी है कि ब्रिक्स की नीतियों का समर्थन करने वाले देशों पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा।