भिलाई। मानसिक स्वास्य एवं नशा मुक्ति विषय पर शनिवार को कला मंदिर सिविक सेंटर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में विशेष वक्ता के रूप में दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल व सेन्ट्रल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एवं ब्यूरो साईंस दुर्ग के डायरेक्टर डॉ. प्रमोद गुप्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम में कल्याणी नशा मुक्ति केन्द्र के प्रबंधक अजय कल्याणी भी उपस्थित रहे। इस दौरान नशे से होने वाले नुकसान और इसके लिए जागरुकता अभियान की जानकारी दी। दुर्ग पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की जानकारी भी दी।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग विजय अग्रवाल ने पुलिस बल के समाज में महत्वपूर्ण भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा कि पुलिस बल के प्रत्येक सदस्य के अच्छे-बूरे कार्य का प्रभाव पुलिस संगठन में पड़ता है। हमेशा अच्छे कार्य करने की प्रेरणा दी और पुलिस को पुलिसिंग कार्य करने के साथ-साथ अपनी पारिवारिक जीवन, सामाजिक जीवन तथा आर्थिक प्रबंधन में सामंजस्य स्थापित कर कार्य करने की बात कही।

आदर्श पुलिसिंग से मिलता है सम्मान
एसपी अग्रवाल ने कहा कि पुलिस विभाग में कार्य करने वाले व्यक्ति को वर्दी के प्रति जनता में जो सम्मान है वह तभी स्थापित होता है जब सभी उसके आदर्श स्वरूप को कायम रखते हुये कार्य करें। हम सभी लोगों का यह दायित्व है कि अगर हम पुलिस संगठन में कार्य कर रहे है, उस संगठन में हम एक दूसरे के प्रति जानकारी रखे, हमारे मन में यदि किसी प्रकार की बात अगर आती है, तनाव, परेशानी उत्पन्न होती है, तो सबसे निकटतम व्यक्ति से उस बात को जरूर कहें। एक पद ही महत्वपूर्ण नही है सभी पदों के अधिकारीकर्मचारी में से कुछ लोग कह पाते है और कुछ लोग नहीं कह पाते है, और कुछ लोग घुटन में रहते है। इन सभी बातों को मैनेज करना ही पारिवारिक समस्याओं को बनाए रख सकता है। सेन्ट्रल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एवं ब्यूरो साईंस दुर्ग द्वारा मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य को विशेष ध्यान देकर निदान करना बताया जा रहा है।

मनोवैज्ञानिक विचार को विस्तार से समझाया
सेन्ट्रल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एवं ब्यूरो साईंस दुर्ग के डायरेक्टर डॉ. प्रमोद गुप्ता ने बताया कि मैं पुलिस विभाग से लम्बे समय से जुड़ा हुआ हूं और पुलिस के जवानों को मानसिक तनाव से मुक्ति हेतु सुझाव देता आया हूं। इसके बाद उन्होंने मानसिक, स्वास्थ्य, समस्या, अवसाद, तनाव, पेास्ट ड्रामेटिक स्ट्रेस, उक्त रक्तचाप, पुलिस में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारणों-शारीरिक कारण, मनोवैज्ञानिक कारण, सामाजिक कारणों को बताते हुए राजा परीक्षित के विचारों के संबंध में उदाहरण देते हुए मनोवैज्ञानिक विचार को विस्तार से समझाया गया।
नशे के कारण होती है घरेलू हिंसा
कार्यक्रम के दौरान कल्याणी नशा मुक्ति केन्द्र के प्रबंधक अजय कल्याणी ने बताया कि नशे के कारण घरेलू हिंसा होती है, मुखिया के नशे में गिरफ्त होने से परिवार एवं महिलाएं परेशान रहती है, नशे से मुक्ति हेतु विस्तार से समझाया गया एवं समय-समय पर पुलिस विभाग में नशा-मुक्ति कार्यशाला का आयोजन किये जाने कहा गया। इस कार्यक्रम में जिले से एएसपी अभिषेक झा, एएसपी सुखनंदन राठौर, डीएसपी चन्द्र प्रकाश तिवारी सहित समस्त अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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