चीन के पूर्वोत्तर हिस्से में 1,000 टन सोने के भंडार की खोज ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर लिया है. इस ‘सुनहरी खोज’ की टाइमिंग बेहद अहम है – एक तरफ अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर तेज हो रही है, दूसरी तरफ सोना एक बार फिर से सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में उभरा है
कहां हुआ ये सोने का खजाना? चीन के हुनान राज्य में स्थित इस भंडार की लंबाई 3 किलोमीटर पूर्व से पश्चिम और 2.5 किलोमीटर उत्तर से दक्षिण तक फैली है. इसकी जानकारी हुनान राज्य के भूवैज्ञानिक ब्यूरो ने दी है.यह भंडार “खदान के लिहाज से आसानी से निकाला जा सकने वाला” है.
क्या कहते हैं चीनी भूवैज्ञानिक- नोट में लिखा गया है कि नए दौर की खोजों में हर ड्रिलिंग होल में अयस्क पाया गया है. यह बड़ी सफलता है, जो चीन की संसाधन सुरक्षा को मजबूत करेगी.
लेकिन कुछ विशेषज्ञों को हैं इस पर शक-World Gold Council और कई स्वतंत्र विशेषज्ञों ने कहा है कि अभी इस खोज की स्वतंत्र पुष्टि और ड्रिलिंग की जरूरत है.हालांकि, चीनी भूवैज्ञानिक इस खोज को “2024 की नई खोज नीति की सफलता” बता रहे हैं, जिसमें सामान्य और विस्तृत खोज के तरीके को मिलाकर लागू किया गया.
इस खबर के बाद गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि सोने की कीमतें साल के अंत तक $3,700 प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं.
2024 में सोने की कीमतों में 20% से ज्यादा की तेजी आई है. ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच, सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जा रहा है.
चीन क्यों कर रहा है गोल्ड स्टॉकपाइलिंग?2024 में चीन, भारत और स्विट्ज़रलैंड के साथ दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक रहा.चीन क्यों कर रहा है गोल्ड स्टॉकपाइलिंग?2024 में चीन, भारत और स्विट्ज़रलैंड के साथ दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक रहा.
यूएस प्रतिबंधों और ट्रंप की टैरिफ नीतियों से निपटने के लिए चीन सोने की आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है.यह खोज चीन की उन्नत खनिज खोज तकनीक की सफलता भी बताई जा रही है.
बड़ा सवाल – क्या अब सोना और महंगा होगा?महंगाई, टैरिफ, और वैश्विक अनिश्चितता के चलते निवेशक गोल्ड को लेकर अधिक आकर्षित हो रहे हैं.अगर चीन गोल्ड खरीद जारी रखता है, तो वैश्विक मांग बढ़ेगी और कीमतें नए रिकॉर्ड छू सकती हैं.