2014 में पकड़ा था नवीन तंवर को CBI ने
शिमला। IAS अफसर नवीन तंवर को जिन्हें दूसरे की जगह क्लर्क की परीक्षा देने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। आज तक आपने परीक्षा में नकल की कई सारे खबरे सुनी होगी, लेकिन हाल ही में जो मामला सामने आया है उसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। वहीं, इस मामले में CBI कोर्ट ने नवीन तंवर को तीन साल की सजा सुनाई थी और 50 हजार का जुर्माना भी लगाया था। हालांकि, CBI कोर्ट ने नवीन तंवर की अर्जी पर उन्हें जेल भेजने में राहत दी थी।
यह पूरा मामला 13 दिसंबर 2024 का है, जब उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद स्थित आइडियल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आईबीपीएस की क्लर्क परीक्षा झांसी के अमित सिंह की जगह देने पहुंचे थे। इस दौरान CBI ने सॉल्वर गिरोह को पकड़ा था, जिसमें नवीन समेत छह आरोपी शामिल थे। बता दें कि 2014 में जब नवीन तंवर को CBI ने पकड़ा था, उस दौरान वो IAS नहीं थे। वो सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे और उनका सिलेक्शन 2019 की UPSC परीक्षा में हुआ था।
बता दें कि IAS नवीन तंवर 2019 बैच के हिमाचल कैडर अफसर हैं। साल 2019 में उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा पास की थी और IAS में चयन हुआ था। 11 महीने पहले ही नवीन तंवर को हिमचाल प्रदेश के चंबा जिले के उपमंडल भरमौर में अतिरिक्त उपायुक्त कम सह-परियोजना निदेशक जिला ग्रामीण विकास एजेंसी का पद मिला था। इससे पहले वे उपमंडल अधिकारी (नागरिक) कांगड़ा व चंबा के पद पर रह चुके हैं।