नई रेल लाइन को लेकर बड़ा झटका लगा है। बुधनी से गाडरवारा के बीच 137 किमी रेल लाइन नहीं डाले जाने की जानकारी मिलने से क्षेत्र के लोगों की वर्षों पहले जागी उमीद टूट गई है। बता दें कि बुधनी से गाडरवारा तक रेल लाइन को बाड़ी, बरेली, उदयपुरा होते हुए डालने का प्रस्ताव था। जिसे कुछ साल पहले बजट में स्वीकृति मिली थी। बीते दिनों रेल मंत्रालय से सूचना के अधिकार अधिनियम से मिली जानकारी से स्पष्ट हो गया कि बुधनी से गाडरवारा बीच रेल लाइन डालने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
रेल मंत्री ने दी जानकारी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सांसद दर्शन सिंह चौधरी के सवाल का जबाब देते हुए स्पष्ट किया है कि नई रेललाइन का कोई प्रस्ताव नहीं है। लोकसभा में रेल मंत्री ने कहा कि बुधनी से गाडरवारा के बीच रेल लाइन बढ़ाया जाना तर्क संगत नहीं है। क्योंकि गाडरवारा से बुदनी तक पहले से ही मौजूदा नेटवर्क के माध्यम से वाया इटारसी से जुड़े हुए हैं। दोनों स्थानों के बीच दूरी में कोई महत्वपूर्ण कमी नहीं आती। इसलिए केवल इंदौर के मांगलिया और बुदनी के बीच नई रेल लाइन परियोजना पर कार्य प्रगति पर है।
जबलपुर-इंदौर वाया गाडरवारा एवं बुधनी, 342 किलोमीटर लंबी रेल लाइन परियोजना की वर्तमान स्थिति और प्रगति के बारे में सांसद चौधरी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कही। पहले इंदौर से बुदनी और बुदनी से गाडरवारा-जबलपुर तक रेल लाइन डालना प्रस्तावित किया था। लेकिन प्रथम चरण में इंदौर से बुदनी तक काम शुरू किया गया। प्रथम चरण के बाद इंदौर से बुदनी के बीच की लाइन का काम चल रहा है।