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स्कूल शिक्षा निदेशालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो बच्चे पहले से पढ़ाई कर रहे हैं और जिन्हें नई आयु सीमा के अनुसार दाखिले में देरी हो सकती है, उन्हें किसी भी हाल में पहली कक्षा में पढ़ने दिया जाएगा. इससे उनके शैक्षणिक वर्ष में कोई व्यवधान नहीं आएगा और वे अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे.

गाजा: फिलिस्तीन की गाजा पट्टी को हमास ने फिलिस्तीनी अथॉरिटी (PA) को सौंपने पर रजामंदी जताई है। स्काई न्यूज अरेबिया की एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है। PA अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त फिलिस्तीनी सरकार है। यह 1993 के ओस्लो समझौते के तहत आंशिक रूप से वेस्ट बैंक पर शासन करती है। वेस्ट बैंक और गाजा दो फिलिस्तीनी क्षेत्र हैं, जो प्रस्तावित फिलिस्तीन स्टेट बनाते हैं। गाजा पर लंबे समय से हमास शासन कर रहा है। हमास ने बीते एक साल से ज्यादा समय से गाजा में इजरायल के साथ भीषण युद्ध भी लड़ा है। फिलहाल गाजा में युद्धविराम लागू है।स्काई न्यूज अरेबिया ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि हमास ने मिस्र से दबाव पड़ने के बाद PA को गाजा का शासन सौंपने की इच्छा जताई है। हमास 2007 से गाजा को नियंत्रित करता आ रहा है। फिलिस्तीनी गृहयुद्ध में हमास ने अपने प्रतिद्वंदी गुट फतह को गाजा से खदेड़कर यहां नियंत्रण किया था। फतह ही PA का संचालन करता है और फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (PLO) में उसका दबदबा है।

युद्ध से कमजोर हुआ है हमास

इजरायल के साथ युद्ध ने हमास को काफी कमजोर किया है। जंग में नुकसान के बावजूद हमास काफी हद तक गाजा को नियंत्रित कर रहा है। गाजा की पुलिस, स्वास्थ्य सेवा और नागरिक सेवाएं अभी भी हमास ही संचालित कर रह है। रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने केवल यह शर्त रखी है कि गाजा पट्टी के कर्मचारियों को नए प्रशासन में फिर से शामिल किया जाए या उन्हें उनके वेतन के भुगतान की गारंटी के साथ सेवानिवृत्ति दी जाए।PA अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त फिलिस्तीनी सरकार है लेकिन इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में PA की भूमिका को खारिज कर दिया है।एक साक्षात्कार में नेतन्याहू ने कहा कि PA की भूमिका बेहद खराब कही है। बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि PA के शासन से बेहतर अमेरिकी शासन गाजा के लिए बेहतर होगा।हमास की ओर से इस रजामंदी से फिलिस्तीन के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। हालांकि ये इतना आसान भी नहीं है। हमास गाजा को PA को सत्ता सौंपने को तैयार है तो इजरायली प्रधानमंत्री इसका विरोध कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा को खाली करने की विवादास्पद योजना भी मामले को जटिल बना रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि PA इस प्रस्ताव पर कैसे प्रतिक्रिया देती है और अमेरिका इस पर क्या रुख दिखाता है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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