भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र को स्टील उद्योग में मानव संसाधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित “गोल्डन पीकॉक एचआर एक्सीलेंस अवार्ड (GPHEA)-2024” से सम्मानित किया गया। भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और सह-अध्यक्ष (इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स, इंडिया) माननीय उदय उमेश ललित ने भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार को यह पुरस्कार प्रदान किया। भिलाई इस्पात संयंत्र की ओर से पवन कुमार ने अपनी बीएसपी टीम के साथ यह पुरस्कार 6 फरवरी, 2025 को मुंबई में आयोजित गोल्डन पीकॉक अवार्ड समारोह में ग्रहण किया। इस अवसर पर अध्यक्ष (कोयला, खान और इस्पात पर संसदीय स्थायी समिति), पूर्व सूचना और प्रसारण, युवा मामले और खेल मंत्री (भारत सरकार) अनुराग सिंह ठाकुर और पीवीएसएम एवीएसएम (सेवानिवृत्त), पूर्व उप सेना प्रमुख, पूर्व अध्यक्ष (यूपीएससी) लेफ्टिनेंट जनरल सुरिंदर नाथ सहित अन्य जूरी सदस्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार के मार्गदर्शन में महाप्रबंधक (एचआर-स्ट्रेटेजिक एचआर) एच शेखर, वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर) एन विजयन और भिलाई इस्पात संयंत्र की एचआर टीम ने अपनी एचआर पहलों पर एक प्रस्तुति भी दी। यह पुरस्कार व्यवसाय के प्रति जिम्मेदारी, सतत उत्कृष्टता और सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। गोल्डन पीकॉक अवार्ड उन संगठनों को मान्यता देता है, जिन्होंने अपने संचालन और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में जोखिम प्रबंधन रणनीतियों और स्थिरता प्रथाओं को प्रमुखता से लागू किया है, जिससे कंपनी के प्रदर्शन में सुधार हुआ है।
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और सह-अध्यक्ष (इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स, इंडिया) यूयू ललित की अध्यक्षता में, पुरस्कार निर्णायक मंडल ने भिलाई इस्पात संयंत्र को 2024 के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का विजेता घोषित किया। यह पुरस्कार मानव संसाधन (एचआर) उत्कृष्टता के उच्च मानकों को प्राप्त करने हेतु श्रम और रोजगार संबंधित वैधानिक अनुपालन आवश्यकताओं से परे जाकर भिलाई इस्पात संयंत्र के एचआर प्रथाओं को सुधारने, उन्हें बेहतर बनाने और नए मानक स्थापित करने के लिए किए गए महत्वपूर्ण प्रयासों के लिए प्रदान किया गया।
विशेष रूप से, देश भर के बड़े, सार्वजनिक, निजी और एसएमई उद्यमों से प्राप्त 441 आवेदनों में से गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स 2024 के सचिवालय द्वारा किए गए तीन-स्तरीय मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद 172 आवेदन चयनित किए गए। इसके लिए गुणवत्ता, स्थिरता, पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए समर्पित मूल्यांकन समूहों द्वारा गहन समीक्षा और विश्लेषण किया गया। केवल उन्हीं आवेदनकर्ताओं का अंतिम रूप से चयन किया गया जिन्होंने उत्कृष्टता और विश्व स्तरीय गुणवत्ता के उच्च मानकों को बनाए रखा।
इस वर्ष, गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स में विशेष रूप से कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर), मानव संसाधन (एचआर) उत्कृष्टता और नवाचार प्रबंधन (इनोवेशन मैनजमेंट) के क्षेत्रों में उत्कृष्टता को मान्यता दी गई। इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन संगठनों को सम्मानित करना था जिन्होंने इन क्षेत्रों में अद्वितीय उत्कृष्टता प्राप्त की है। इस पुरस्कार के साथ, भिलाई इस्पात संयंत्र को इस्पात उद्योग में मानव संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्टता के एक शानदार उदाहरण के रूप में मान्यता दी गई है। भिलाई इस्पात संयंत्र की एचआर नीतियों और प्रथाओं ने इस्पात उद्योग के क्षेत्र में एक नया मापदंड स्थापित किया है। इस प्रतिष्ठित सम्मान के साथ, गोल्डन पीकॉक सचिवालय ने भिलाई इस्पात संयंत्र को गोल्डन पीकॉक के हॉरिज़ेंटल और वर्टिकल लेआउट में जारी लोगो को अपने दस्तावेजों में उपयोग करने के लिए भी अधिकृत किया है।
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