छत्तीसगढ़

सड़कों के निर्माण से बैगा जनजातियां की जिंदगी में आ रहा बड़ा बदलाव

सुदूर वनांचल, दुर्गम पहाड़ियों के बीच बसे बैगा बाहूल्य जनजाति क्षेत्रों में सड़कों के जाल बिछने से आ रही एक नई क्रांति

सड़कों के निर्माण से बैगा जनजातियां की जिंदगी में आ रहा बड़ा बदलाव

कवर्धा,   जनवरी 2024। कबीरधाम जिले के सुदूर वनांचल, दुर्गम पहाड़ियों के बीच बसे बैगा बाहूल्य जनजाति क्षेत्रों में सड़कों के जाल बिछने से एक नई क्रांति आ रही है। सड़क का यह बिछा जाल न केवल बैगा जनजाति के लोगों के जीवन को आसान बना रहा है, बल्कि उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान के तहत कबीरधाम जिले के 56 जनजाति बसाहटों को जोड़ने के लिए 186.20 किलोमीटर सड़क निर्माण की स्वीकृति दे दी गई है। इनमें वनांचल क्षेत्र के 47 सड़कों का काम प्रारंभ कर दिया गया है। जिसके अंतर्गत पक्की डामरीकृत सड़क एवं छोटी बड़ी नदी नालों में पुल-पुलिया का निर्माण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत कबीरधाम जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा बहुल गांवों में सड़क सुविधाओं के विस्तार का कार्य तेजी से प्रगति पर है। 2024-25 (बैच-1) में 12 सड़कों (48.10 कि.मी.) के लिए 38.22 करोड़ रूपए और 2024-25 (बैच-2) में 17 सड़कों (40.80 कि.मी.) के लिए 28.20 करोड़ रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह पहल वनांचल क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के विस्तार का महत्वपूर्ण कदम है, जिससे बैगा परिवारों में खुशहाली और बेहतर जीवन की शुरुआत हो रही है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत वनांचल ग्राम अमनीया से अमीटोला, रूखमीदादर से सांईटोला, अमनिया बांगर रोड़ राहीडांड से चाउरडोंगरी और अमनिया से बरटोला को सड़कों के कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जिले में लगातार विकास के कार्य किए जा रहे है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर अधिकारियों को गुणवत्ता पूर्ण सड़क निर्माण के लिए निर्देशित भी कर रहे है।
जिले के बैगा बाहूल क्षेत्र, जो पहले सड़कों की कमी के कारण शहर से लगभग कटे हुए थे, अब सड़क के जाल से जुड़ चुके हैं, जिससे यहाँ के लोग सीधे तौर पर लाभान्वित हो रहे हैं। इन सड़कों के निर्माण से बैगा जनजाति के लोगों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आ रहा है। पहले जहाँ उन्हें जरूरी वस्तुओं, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के लिए लंबी दूरी पैदल तय करनी पड़ती थी, अब वे आसानी से इन सुविधाओं तक पहुँच रहें हैं। बच्चों के लिए स्कूल जाना आसान हो गया है, और बीमार व्यक्तियों को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो पा रही हैं। सड़कों के बिछे इस जाल ने न केवल आवागमन को सुगम बनाया है, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में भी सुधार किया है। स्थानीय उत्पादों को अब बाज़ार तक पहुँचाना सरल हो गया है, जिससे बैगा समुदाय के लोगों की आय में भी वृद्धि हो रही है। इसके अलावा, बाहर के लोग भी अब इन क्षेत्रों तक आसानी से पहुँच पा रहे हैं, जिससे पर्यटन और अन्य गतिविधियों के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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