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गेहूं के बढ़ते दामों से आम जनता हुई परेशान, भाव में 24% की तेजी, आटे के भाव ने तोड़े 16-17 सालों के रिकॉर्ड

गेहूं के लगातार बढ़ रहे दामों को लेकर आम जनता मुश्किलों से घिर चुकी है। गेहूं के रेट फिलहाल MSP दाम से बहुत ज्यादा ऊपर चल रहे हैं। फिलहाल गेहूं की कीमतों में लगभग 24 % की बढ़ोतरी देखने को मिली है। आटे के रेट ने भी लगभग बीते 16-17 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आइए जानते है गेहूं और आटे के ताजा रेट।

गेहूं की कीमतों से हुई कई चीजे प्रभावित

गेहूं की लगातार बढ़ती कीमतों की वजह से आम जनता तो परेशान है ही इसके साथ ही इससे तैयार किए जाने वाले कई प्रोडक्ट जो की मार्केट में बिकते हैं। उनकी कीमतों पर भी इसका बहुत बड़ा असर देखने को मिल रहा है। गेहूं की कीमतों में उछाल के चलते आम जनता को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मार्केट में गेहूं के वर्तमान भाव

गेहूं के भाव की अगर बात करें तो सरकार की तरफ से इसको कंट्रोल में लाने के लिए हजारों कोशिश से की गई लेकिन इसके बाद भी गेहूं के भाव में कोई कमी नजर नहीं आ रही है। हाल ही में सरकार ने कुछ हफ्तों पहले मार्केट में एक लाख टन गेहूं को उतारा था जिसकी ई-ऑप्शन के जरिए बिक्री हुई। इसके बावजूद भी गेहूं के दामों में कोई भी फर्क नहीं पड़ा है। फिलहाल गेहूं के दाम 23 % से ज्यादा ही है। अभी वर्तमान में गेहूं के भाव अधिकतर राज्यों में लगभग 3810 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास पहुंच चुके हैं। जिसके चलते आटे की कीमतें 45 से ₹50 प्रति किलो हो चुकी है।

अन्य राज्यों में गेहूं के दाम

गेहूं के रेट फिलहाल हर जगह अपनी चरम सीमा पर चल रहे हैं। अन्य मंडियों की अगर बात करते हैं तो यूपी में गेहूं के दाम ₹3000 प्रति क्विंटल है, जोकि MSP से 2310 रुपए से लगभग 24% ज्यादा दर्ज किए गए हैं। वही महाराष्ट्र में गेहूं के दाम लगभग 2810 रुपए प्रति क्विंटल है और अधिकतम दाम ₹4000 प्रति क्विंटल है। मध्य प्रदेश की अगर बात करते हैं तो यहां पर गेहूं के न्यूनतम भाव 2800 रुपए प्रति क्विंटल है तो अधिकतम भाव 3600 रुपए प्रति क्विंटल है।

अब हम बात करते दिल्ली की तो वहां पर औसत कीमत ₹3000 प्रति क्विंटल से ज्यादा रही है। राजस्थान में गेहूं की थोक कीमत 2850 रुपए प्रति क्विंटल है। अब इसमें सबसे ज्यादा परेशानी वाली बात यह है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं का उत्पादन किया जाता है लेकिन उसके बाद भी यहां पर गेहूं की कीमतें बहुत ज्यादा दर्ज की जा रही है। गेहूं की कीमतें कहीं पर भी कंट्रोल में नहीं आ पा रही है।

आटे की कीमतों ने तोड़ा पिछले 16-17 सालो का रिकॉर्ड

गेहूं के दाम लगातार बढ़ रहे हैं जिसके चलते इसका असर पूरी तरह से आटे की कीमतों पर देखने को मिल रहा है। फिलहाल आटे की कीमत 15 साल के मुकाबले अब उच्चतम स्तर पर जा पहुंची है जिसके चलते अगर दिसंबर के आटे के रेट की बात करें तो फिलहाल ₹45 प्रति किलो बिक रहा है। इससे पहले साल 2008 में आटे की कीमत बड़ी थी। वही 2009 में भी आटे की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई थी। सरकार की हर कोशिश नाकाम जा रही है और गेहूं के दाम बढ़ते जा रहे हैं। जिसके चलते इसका असर आटे की कीमतों पर भी देखने को मिल रहा है।

गेहूं के रेट कम होने की उम्मीद

गेहूं के दामों में लगातार तेजी बनी हुई है। वहीं अगर बीते तीन हफ्ते की बात करें तो गेहूं के खाद्य पदार्थों की कीमतों में अभी कोई भी गिरावट आने की संभावना नजर नहीं आ रही है। वही एक्सपर्ट्स का कहना है कि गेहूं की कीमतों में गिरावट तभी आ सकती है जब नया स्टॉक आ जाएगा। ऐसे में फिलहाल अगर आंकड़ों की माने तो 295 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बुवाई की गई है जो कि बीते 9 सालों की तुलना में 9 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। अब ऐसे में कहां जा सकता है कि आने वाले समय में गेहूं की कीमतें कम हो सकती है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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