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कड़ी मेहनत और फिटनेस का संगम हैं DSP गुरजीत सिंह, तय किया है गांव से राजधानी तक का सफर

रायपुर : छत्तीसगढ़ के एक सामान्य किसान परिवार में जन्मे डीएसपी गुरजीत सिंह वर्तमान में राजधानी रायपुर में यातायात विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से उन्होंने पुलिस सेवा में एक मिसाल कायम की है.

डीएसपी गुरजीत सिंह का मानना है कि आज की युवा पीढ़ी, जो पुलिस सेवा में चयनित होने की ख्वाहिश रखती है, उन्हें पढ़ाई में कभी भी शॉर्टकट का सहारा नहीं लेना चाहिए. वे कहते हैं कड़ी मेहनत और अनुशासन ही सफलता की कुंजी है. फिटनेस पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी शारीरिक और मानसिक रूप से मांगपूर्ण होती है. युवाओं को अपने शारीरिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाना चाहिए. नियमित व्यायाम, सही खान-पान और अनुशासन जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं.डीएसपी गुरजीत सिंह का कहना है कि पिछले 24 वर्षों से पुलिस सेवा मे हैं. मैं एक संतुष्ट पुलिस अधिकारी हूं, मैं एक सामान्य किसान परिवार से ताल्लुक रखता हूं. पिता जी गांव में खेती किसान का काम करते हैं, मेरी बचपन भी गांव में ही बीता है. बिलासपुर के पास मेरा गांव है. बिलासपुर में मीडिल और हायर एजुकेशन पूरी हुई है. जब मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ एक हुआ करता था. कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष 1999 में सूबेदार उपनिरीक्षक की सीधी भर्ती हो रही थी. मैं अपने पहले ही कंपेटेटिव एग्जाम में चयनित हो गया था. चयन के बाद सागर के पुलिस एकेडमी में ट्रेनिंग हुई. ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा में हुई.लगभग पांच वर्षों तक नक्सल प्रभावित इलाकों में सेवा देने के बाद दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव जैसे अलग अलग जिलों में अलग अलग भूमिकाओं में काम किया है. प्रमोशन पोस्टिंग की बात करें तो मैं सूबेदार था 2008 में मेरा रक्षित निरीक्षक के रूप में प्रमोशन हुआ. 2016 में मेरा प्रमोशन डीएसपी के रूप में हुआ. पुलिस लाइन के अलावा यातायात पुलिस दुर्ग और यातायात पुलिस रायपुर में रहकर काम किया है. काम के दौरान 2011 में राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित भी हुए मेडल भी मिला है 

ऐसे करें तैयारी, इन खेलों में हों महारतआज के युवा जो पुलिस में भर्ती के लिए तैयारी कर रहे हैं उन्हें पहले पता करना होगा कि एग्जामिनेशन कैसे होता है, फिजिकल और रिटन एग्जाम के लिए सिलेबस की मदद से सवाल कैसे आते हैं यह जान लेना चाहिए. पढ़ाई का कोई शॉर्टकट नही होता है पढ़ाई करना पड़ता है. फिजिकल में फिटनेस बहुत मायने रखता है. खान पान सही होना चाहिए. तैयारी के दौरान शरीर को आराम भी चाहिए. लांग जम्प, हाई जम्प, गोला फेंक, 100 मीटर दौड़, 1500 मीटर दौड़ जैसे एक्टीविटी में अच्छा प्रदर्शन करना होता है. अच्छा परफॉर्मेंस करने से ज्यादा मार्क्स मिलते हैं.

पुलिस की नौकरी में फिटनेस का बहुत महत्व है, क्योंकि यह ऐसा पेशा है जिसे देखकर लोग फिटनेस की मिसाल मानते हैं. इसी वजह से, डीएसपी गुरजीत सिंह खुद को फिट रखने के लिए रोजाना व्यायाम करते हैं और अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखते हैं. उनका कहना है, जिस तरह मोबाइल का इस्तेमाल करने से उसकी बैटरी कम हो जाती है, उसी तरह हमारा शरीर भी दिनभर काम करते-करते थक जाता है. ऐसे में फिटनेस बनाए रखना और शरीर को आराम देना बेहद जरूरी है. उनकी यह दिनचर्या न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करती है

 

Manoj Mishra

Editor in Chief

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