रायपुर। बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर पूरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। शनिवार को बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर का अंतिम संस्कार हुआ और इससे पहले प्रदेश भर के पत्रकारों ने मुकेश चंद्राकर के हत्यारों को फांसी देने की मांग की है। इसबीच मुकेश चंद्राकर की हत्या के आरोपी सुरेश चंद्राकर व रितेश चंद्राकर के अवैध निर्माण को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है। वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्पष्ट किया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस हत्याकांड में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री साय ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। फारेंसिक टीम साइंटिफिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना की जांच कर रही है। अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उनके द्वारा किए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। हमारी सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगी और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पत्रकारों की स्वतंत्रता और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है।
सुरेश चंद्राकर के बैंक खातों को सीज किया गया : डिप्टी सीएम विजय चंद्राकर
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या मामले में कहा कि “मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में पुलिस ने कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर के रिश्तेदार रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके हिरासत में लिया है। फरार सुरेश चंद्राकर को पकड़ने के लिए 4 अलग-अलग टीमें अलग-अलग दिशाओं में काम कर रही हैं। हम मामले की स्पीड ट्रायल के लिए पूरी कोशिश करेंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपी सुरेश चंद्राकर के बैंक खातों को सीज किया गया है और तीन बैंक खातों को होल्ड किया गया है। उनके अवैध कंस्ट्रक्शन को पर भी बुलडोजर से कार्रवाई हो रही है। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा, चाहे वो जहां भी छिपा हो। पूरे केस में तीन से चार सप्ताह में कार्यवाही कर कोर्ट में चालान पेश कर दिया जायेगा। जांच प्रक्रिया पूरी करेंगे और आरोपी को सजा मिले ये सुनिश्चित किया जायेगा।
जानिए क्या है मामला
1 जनवरी 2025 को शाम 7 बजे से मुकेश चंद्राकर घर से लापता थे। 2 जनवरी को उनके भाई युकेश चंद्राकर ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस लगातार मुकेश के फोन को ट्रेस कर रही थी। फोन बंद होने की वजह से अंतिम लोकेशन घर के आस-पास का ही दिखा रहा था। इसके बाद जीमेल लोकेशन में मुकेश का अंतिम लोकेशन बीजापुर के चट्टानपारा में होना पाया गया। यहां पर मुकेश के रिश्तेदार और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर व रितेश चंद्राकर का बैडमिंटन कोर्ट है। इसकी जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के दौरान कुछ पत्रकारों की नजर सेप्टिक टैंक पर गई। टैंक पर कंक्रीट का मोटा स्लैब डाला गया था, लेकिन उसमें एक भी चेंबर नहीं रखा था। इससे शक हुआ और सेफ्टीक टैंक को तोड़ने की मांग की गई। टैंक तोड़ने के बाद उसमें मुकेश की लाश मिली।
आईजी ने कहा- सुरेश चंद्राकर मुख्य आरोपी
बस्तर संभाग के आईजी पी सुंदरराज ने ने बताया कि दो लोगों ने मिलकर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की थी। ठेकेदार के मुंशी रामटेके, उसके भाई रितेश चंद्राकर और दिनेश चंद्राकर ने वारदात को अंजाम दिया था। मुकेश पर स्टील रॉड से हमला किया गया था। वारदात के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी। मामले में सुरेश चंद्राकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी टीम गठित कर दी गई है।
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