समस्तीपुर : चौलाई का साग एक ऐसा पौधा है जो आमतौर पर बाग-बगिचों में नहीं उगता, बल्कि यह जंगलों में आसानी से उगते हुए पाया जा सकता है. यह पौधा खास तौर पर आयुर्वेद में अपनी अहमियत रखता है और इसके सेवन से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं. चौलाई के पौधे के दो प्रकार होते हैं, जिनमें से एक प्रकार कटीला होता है और दूसरा मुलायम. आयुर्वेदाचार्य बालेश्वर शर्मा के अनुसार, चौलाई के पत्ते शीतल और मधुर होते हैं, जिससे यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है और विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं में सहायक होते हैं.
पोषक से भरपूर है चौलाई का सागसमस्तीपुर जिला के मोहनपुर पीएससी के चिकित्सा पदाधिकारी सह आयुर्वेदाचार्य बालेश्वर शर्मा ने बताया कि चुलैया के पत्तों में विटामिन ए, बी, सी, फोलिक एसिड, आयरन, और कैल्शियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं.
इन पोषक तत्वों का सेवन शरीर के लिए अत्यधिक फायदेमंद होता है. आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि चुलैया के पत्तों का सेवन करने से कमजोरी दूर होती है, और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती है. इसके अलावा, यह पत्ते कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में मददगार होते हैं, क्योंकि यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और आंतों के स्वास्थ्य को ठीक रखता है.मूत्र रोग को करता है ठीकआयुर्वेदाचार्य ने कहा कि चुलैया का साग मूत्र रोगों के उपचार में भी सहायक होता है. यदि किसी व्यक्ति को मूत्र संबंधी कोई समस्या जैसे कि पेशाब की जलन, बार-बार पेशाब आना, या पेशाब में कोई दिक्कत हो, तो चुलैया के पत्तों का सेवन करना लाभकारी हो सकता है. आयुर्वेद में इसे एक प्रकार का ‘शीतल’ औषधि माना जाता है, जो शरीर को ठंडक पहुंचाता है और गर्मी के प्रभाव को कम करता है. इसके अलावा, चौलाई के पत्तों का सेवन रक्त में आयरन की कमी को भी पूरा कर सकता है, जिससे एनीमिया जैसी समस्याओं से राहत मिलती है.
इसके नियमित सेवन से हड्डियों की मजबूती भी बढ़ती है, क्योंकि इसमें कैल्शियम और आयरन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखता है. आयुर्वेदाचार्य बालेश्वर शर्मा के अनुसार, इस पौधे के सेवन से शरीर में जलन, गरमी और सूजन जैसी समस्याओं को भी कम किया जा सकता है. यह पत्तियां शरीर को अंदर से शीतलता प्रदान करती हैं, जिससे शरीर की गर्मी नियंत्रण में रहती है और मानसिक शांति बनी रहती है.
सेवन करने से इम्यूनिटी सिस्टम होता है मजबूतइस प्रकार, चौलाई का साग न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है. आयुर्वेद में इसे एक अमूल्य औषधि माना गया है, जो शरीर की प्राकृतिक नमी और ठंडक को बनाए रखते हुए बीमारियों से लडने की क्षमता बढ़ाता है. चौलाई के पत्तों का सेवन करने से रोग प्रतिकारक क्षमता मजबूत होती है और शरीर का इम्यून सिस्टम भी सशक्त बनता है. इसके अतिरिक्त, यह पौधा शारीरिक रूप से ही नहीं, मानसिक रूप से भी व्यक्ति को सशक्त बनाता है, क्योंकि यह तनाव और मानसिक थकावट को दूर करने में भी सहायक होता है.