नई दिल्ली। पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में प्रदोष व्रत 28 नवंबर (Pradosh Vrat 2024 Date) को है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन महादेव और मां पार्वती की विधिपूर्वक पूजा और व्रत करने से घर में खुशियों का आगमन होता है। अगर आप जीवन में किसी समस्या का सामना कर रहें हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन कुछ उपाय के जरिए परेशानी को दूर सकते हैं। आइए जानते हैं प्रदोष व्रत के चमत्कारी उपाय के बारे में।
प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat 2024 Shubh Muhurat)
पचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 28 नवंबर को सुबह 06 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी। इसके अगले दिन यानी 29 नवंबर को सुबह 08 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगी। इस प्रकार 28 नवंबर को मार्गशीर्ष माह का पहला प्रदोष व्रत मनाया जाएगा। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम को 05 बजकर 24 मिनट से लेकर 08 बजकर 06 मिनट तक है। गुरुवार के दिन पड़ने के चलते यह गुरु प्रदेश व्रत कहलाएगा।
- भगवान शिव को सफेद रंग प्रिय है। ऐसे में प्रदोष व्रत के दिन सफेद वस्त्र धारण करना बहुत शुभ माना जाता है। यदि आप मनचाहा करियर प्राप्त करना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन महादेव की पूजा करें और गरीब लोगों में सफेद वस्त्र का दान करें। ऐसा माना जाता है कि सफेद वस्त्र का दान करने से करियर के क्षेत्र में उन्नति प्राप्त होती है। साथ ही जातक को चंद्र दोष की समस्या से छुटकारा मिलता है।
- इसके अलावा वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए प्रदोष व्रत के दिन किया गया उपाय बेहद फलदायी साबित होता है। इस दिन शुभ मुहूर्त में भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से वैवाहिक रिश्ते में मधुरता आती है और वैवाहिक जीवन में आ रही समस्या दूर होती है।
- इसके अलावा प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें। इस दौरान शिवलिंग पर केसर और शक्कर अर्पित करें। माना जाता है कि इस टोटके को करने से धन संबंधी समस्या खत्म होती है और महादेव प्रसन्न होते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। जगन्नाथ डॉट कॉम मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। जगन्नाथ डॉट कॉम अंधविश्वास के खिलाफ है।