भावनगर: सौराष्ट्र के ज्यादातर किसान खेती से जुड़े हुए हैं और अब ऑर्गेनिक खेती के जरिए अपनी फसल में वैल्यू ऐड करके अच्छी कमाई कर रहे हैं. भावनगर जिले के महुवा तालुका के कांटासर गांव में रहने वाले किसान जगदीशभाई वल्लभभाई देसाई ने ऑर्गेनिक खेती में एक नया मॉडल तैयार किया है. उन्होंने पांच-स्तरीय मॉडल बनाया है, जिसमें अमरूद, नींबू, मक्का और हल्दी जैसी मिश्रित फसलें लगाई गई हैं. इस मॉडल से हर महीने आमदनी हो रही है और सालाना 5 लाख रुपये तक की कमाई हो रही है.कैसे कर रहे हैं ऑर्गेनिक खेती?
जगदीशभाई बताते हैं कि उनकी सारी फसलें ऑर्गेनिक तरीके से उगाई जाती हैं. रसायनयुक्त (chemical based) खेती के मुकाबले इसमें खर्च भी कम है और मुनाफा ज्यादा. उन्होंने बताया, “हम जिवामृत, बीजामृत, अग्निस्त्र और ब्रह्मास्त्र जैसे ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर्स का इस्तेमाल करते हैं. किसी भी प्रकार की केमिकल दवाइयों का उपयोग नहीं किया जाता. अगर किसी फसल में रोग या कीट लगते हैं, तो उसे ऑर्गेनिक तरीकों से ही कंट्रोल किया जाता है. इससे लागत कम होती है और लाभ बढ़ता है.
हर महीने हो रही है कमाई!
जगदीशभाई ने दो एकड़ जमीन में यह पांच-स्तरीय बागवानी मॉडल तैयार किया है. उन्होंने बताया कि “हमने अमरूद, नींबू, मक्का और हल्दी जैसी फसलें मिश्रित रूप से लगाई हैं. इन फसलों से हर महीने इनकम शुरू हो जाती है. सालभर में सभी फसलें तैयार होती हैं और हम खुद उनका मार्केटिंग करते हैं.”
500000 रुपये की सालाना कमाई!
जगदीशभाई अपनी फसल को सूरत, भवनगर और अन्य शहरों में खुद बेचते हैं. उनका कहना है कि “ऑर्गेनिक खेती से हर साल एक बीघा जमीन से करीब 5 लाख रुपये की कमाई हो रही है.” गौरतलब है कि जगदीशभाई का मॉडल उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो खेती में कुछ नया और मुनाफेदार करना चाहते हैं. ऑर्गेनिक खेती के जरिए पर्यावरण को भी बचाया जा सकता है और कम लागत में बेहतर मुनाफा कमाया जा सकता है.