इसका नाम है चंगेरी साग. वैसे तो हर तरह के भारतीय साग गुणों का खजाना होता है लेकिन चंगेरी के साग का जवाब नहीं. चंगेरी का साग पोषक तत्वों से भरे होते हैं. इसके साथ ही इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कई बीमारियों से हमें रक्षा करते हैं. इसे इंडियन सरेल भी कहा जाता है जो अनोखी हरी पत्तीदार सब्जी है. इसमें प्रोटीन, फैट, कार्ब्स, फाइबर,मैग्नीज, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 6, विटामिन सी, मैग्नीशियम, विटामिन ए, फॉस्फोरस समेत कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं.चंगेरी का साग पालक की तरह होता है लेकिन स्वाद बिल्कुल अलग होता है. चंगेरी के साग को आप सब्जी, सलाद, सूप बनाकर खा सकते हैं.चंगेरी की कई किस्में होती हैं जिनमें कुछ घास की किस्म भी है लेकिन चंगेरी शुद्ध साग है. इसमें हल्का नींबू का स्वाद आता है.रिपोर्ट की मानें तो चंगेरी के साग से हार्ट को मजबूत बनाया जा सकता है. यहां तक कि यह केंसर सेल्स के ग्रोथ को रोकने में भी मदद कर सकता है.चंगेरी के साग में फेनोलिक एसिड, फ्लेवेनोएड, ट्रिटरपेंस, कैरोटेनोएड्स, एंथ्राक्विनोन्स, नेफ्थालेनेस, स्टीबेनोएड जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से मुक्त करता है. फ्री रेडिकल्स के कारण हमारे शरीर में कई तरह की क्रोनिक बीमारियां होती है. यही कारण है कि चंगेरी के साग से प्राप्त एक्सट्रैक्ट से कुछ दवाइयां भी बनाई जाती है. वहीं यह हर्बल टी के रूप में भी इस्तेमाल होता है.हार्ट के लिए बेहद फायदेमंद- हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक एनिमल रिसर्च में यह पाया गया है कि चंगेरी का साग हार्ट हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है. चंगेरी के साग से प्राप्त रस को जब चूहों में दिया गया तो पाया गया कि यह खून में प्लेटलेट्स को छितरा देता है जिसके कारण खून का थक्का नहीं जमता. इससे ब्लड वैसल्स चौड़ी होती है और हार्ट तक खून आसानी से पहुंच जाता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है. हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में भी यह बहुत मददगार है. इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो हार्ट को हर तरह से फायदा पहुंचाता है.

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