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आटा बन जाएगा अमृत, मिलाएं 5 औषधीय चीजों से तैयार ये पाउडर, खाएंगे ये पौष्टिक रोटी तो पेट होगा साफ, वजन और शुगर रहेगा कंट्रोल

आजकल लोग कम उम्र में उन शारीरिक समस्याओं से ग्रस्त हो जाते हैं, जो बुजुर्गावस्था में होती है या फिर जेनेटिक्स के कारण. इसमें हड्डियों की समस्या, डायबिटीज, हार्ट डिजीज आदि. साथ ही अनहेल्दी खानपान की आदत से पचान तंत्र भी खराब बना रहता है. अगर आपकी जीनवशैली, खानपान, शारीरिक एक्टिविटी सही रहेगी तो आप लंबी उम्र तक स्वस्थ लाइफस्टाइल जी सकते हैं. काफी लोगों को खाना जल्दी नहीं पचता है. खाने के बाद घंटों पेट फूला-फूला सा रहता है. अपच, बदहजमी, ब्लोटिंग, गैस, खट्टी डकार, डायबिटीज, हृदय रोग आदि से बचाव के लिए आप अपने आटे को गूंथने का तरीका बदल लें. आटा को सादा नहीं बल्कि इसमें कुछ हेल्दी मसालों को पीसकर डाल दें. फिर इसकी रोटी खाएं.

इस औषधीय आटे की जानकारी 40 प्लस मॉम नाम के फेसबुक अकाउंट पर शेयर की गई है. चलिए जानते हैं, इन्होंने आटे को पौष्टिक बनाने के लिए कौन-कौन सी 5 चीजें ली हैं. सबसे पहले आप एक किलो आटा लें. फिर 5 तरह की औषधीय हर्ब्स लें. ये सभी हर्ब्स आपके किचन में उपलब्ध होंगे. एक अलग बर्तन में 2 चम्मच अजवाइन, 2 चम्मच अलसी के बीज, एक कप राजगिरे का आटा, सफेद तिल, 2 चम्मच साबुत धनिया लें. अब एक पैन में ये पांचों साबुत चीजों को डालकर ड्राई रोस्ट करें. 2-3 मिनट के लिए इसे भूनें. हल्का ठंडा होने पर इसे मिक्सी में डालकर पीस लें. इस पाउडर को आप किसी कंटेनर में डालकर रख सकते हैं और जब भी आटा गूंथे इसमें आधा चम्मच ये पाउडर मिला दें. आप यदि चक्की से गेहूं को पिसवाकर आटा की रोटी खाते हैं तो गेहूं में ही ये भुने हुए हर्ब्स को डाल दें. यदि आपको चार रोटी बनानी है तो आप इसमें आधा चम्मच ये पौष्टिक पाउडर डाल दें और आटा गूंथ कर रोटी बनाएं. इस पौष्टिक और हेल्दी रोटी को खाकर आप लंबी उम्र तक स्वस्थ रहेंगे. पेट संबंधित समस्याएं नहीं होंगी. खाने के बाद आने वाली समस्याएं जैसे पेट दर्द, अपच, ब्लोटिंग, गैस से बचाव होगा.

अजवाइन के फायदे- अजवाइन पेट की समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद है. गैस, बदहजमी, ब्लोटिंग, अपच, पेट दर्द से राहत दिलाता है. इसमें कई तरह के औषधिय गुण होते हैं, जो स्किन पर ग्लो लाता है. पाचन में सुधार करता है. हार्ट के लिए हेल्दी है.

अलसी के फायदे- फ्लैक्स सीड्स ज्वाइंट पेन करे कम, शुगर लेवल कंट्रोल करे. फाइबर होने के कारण पेट साफ रखे. साथ ही इसमें एंटी-कैंसर तत्व, ओमेगा 3 फैटी एसिड, हेल्दी फैट्स भी होते हैं. ये वजन घटाता है. हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा होता है. डायबिटीज के रोगियों को अलसी का सेवन जरूर करना चाहिए, क्योंकि ये शुगर लेवल को कंट्रोल करता है.

सफेद दिल- यह कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है. एनर्जी का शानदार सोर्स होता है सफेद तिल. माइक्रोन्यूट्रिएट्स और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स शरीर के लिए जरूरी है. आप सफेद तिल से इसकी पूर्ति कर सकते हैं. इसमें कैल्शियम होता है. मेनोपॉज के लक्षण कम करते हैं. दिन भर बिना काम किए भी थकान, कमजोरी, आलसपन आदि को दूर करता है.राजगिरा या अमरंथ- यह भी आपको किसी भी राशन के दुकान पर आसानी से मिल जाएगा. आटे में राजगिरा का आटा मिलाने से ये डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करता है. इसमें प्रोटीन होता है. ऐसे में शाकाहारी खाने वाले लोगों के लिए प्रोटीन की ये पूर्ति करता है. कोलेस्ट्रॉल लेवल घटाए, हड्डियों को मजबूत बनाए. इसमें ढेर सारे मिनरल्स, विटामिंस, फाइबर होते हैं. ये शरीर में होने वाले सूजन को कम करने में मदद करता है. बालों को जड़ से मजबूती देता है.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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