-हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) शुरू होने से पहले वेदांता ने भुवनेश्वर आधारित कलिंगा लांसर्स का पूर्ण स्वामित्व
प्राप्त किया।
-वेदांता ने ओडिशा में खेलों को बढ़ावा देने और भारत में खेल की उत्कृष्टता बढ़ाने का समर्पण दिखाया।
रायपुर/ हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) शुरू होने वाली है। सभी को इसका बेसब्री से इंतजार है। इस
बीच वेदांता लिमिटेड ने एक फ्रैंचाइज़ी आयोजन में ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित प्रमुख हॉकी टीम कलिंगा लांसर्स का
अधिग्रहण करने की जानकारी दी है। इसके साथ ओडिशा में खेलों को बढ़ावा देने के लिए वेदांता ने अपना इरादा और
मजबूत कर लिया है। कम्पनी ओडिशा में दो दशकों से अधिक समय से सामाजिक-आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण कार्यों को
अंजाम दे रही है।
कलिंगा लांसर्स पूर्व एचआईएल चैंपियन है और इस पर ओडिशा इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन
(आईडीसीओ) और महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) का सह-स्वामित्व था। अब इसका पूर्ण स्वामित्व वेदांता
एल्युमीनियम के पास है, जो टीम की शानदार विरासत आगे ले जाएगी और आगामी एचआईएल सीज़न में टीम को और
मजबूत बनाएगी।
अधिग्रहण के बारे में वेदांता लिमिटेड की गैर-कार्यकारी निदेशक और हिंदुस्तान जिंक की अध्यक्षा सुश्री प्रिया अग्रवाल
हेब्बार ने कहा, “वेदांता ने भारत को वैश्विक खेल जगत की महाशक्ति बनाने की ठान ली है। हॉकी में भारत की सफलता
का इतिहास रहा है और हाल के ओलंपिक खेल में हासिल जीत से असीम संभावना दिखती हैं। हम ने कलिंगा लांसर्स का
अधिग्रहण करके न सिर्फ इस टीम, बल्कि भारतीय हॉकी के भविष्य में भी निवेश किया है। टीम को बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर,
जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की खोज और लक्ष्य के साथ प्रशिक्षण सुनिश्चित कर हम एथलीटों की नई पीढ़ी को बढ़ावा
देना चाहते हैं, जो विश्व स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर हमारा गौरव बढ़ाएंगे।“
वेदांता एक सुनिश्चित नीति के तहत आगामी एचआईएल सीज़न के लिए एक जुझारू टीम तैयार करेगी। साथ ही,
बुनियादी ढाँचे की व्यवस्था करने, स्पांसर हासिल करने और लीग में लांसर्स की स्थिति मजबूत करने के लिए
साझेदारियों की संभावना तलाशेगी।
ओडिशा में उपलब्ध विश्व स्तरीय खेल सुविधाओं और हॉकी की शानदार संस्कृति का लाभ लेते हुए वेदांता इस
अधिग्रहण को क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर खेल के विकास का महत्वपूर्ण कदम मानती है।
ओडिशा में वेदांता के कारोबार की पकड़ और पहचान काफी अच्छी रही है। कम्पनी का झारसुगुड़ा में भारत का सबसे
बड़ा एल्युमीनियम प्लांट (1.8 एमटीपीए) है और एक अत्याधुनिक एल्युमीना रिफाइनरी (3.5 एमटीपीए) कालाहांडी
में है। वेदांता एल्युमीनियम ने राज्य में 100,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार देकर भारतीय उद्योग जगत में
ओडिशा की स्थिति मजबूत बनाई है। इसके अलावा वेदांता कोयला, बॉक्साइट, फेरोक्रोम और लौह अयस्क में निवेश के
माध्यम से ‘मेक इन इंडिया’अभियान को आगे ले जा रही है। कम्पनी भारत के एल्यूमीनियम उत्पादन में लगभग 50
प्रतिशत योगदान देती है और इस तरह देश की आयात पर निर्भरता कम करती है।
वेदांता का मिशन व्यवसाय विकास के साथ-साथ सामुदायिक विकास करते हुए ओडिशा को भारत में खेल उत्कृष्टता का
गढ़ बनाना है। यह अधिग्रहण इस दिशा में बड़ा कदम है।
वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस का परिचय
वेदांता लिमिटेड का एक प्रमुख व्यवसाय वेदांता एल्युमीनियम भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है, जिसने
वित्त वर्ष 24 में भारत के आधे से अधिक यानी 2.37 मिलियन टन एल्युमीनियम का उत्पादन किया। वेदांता मूल्यवर्धित
एल्युमीनियम उत्पादों में अग्रणी नाम है। इन उत्पादों का कोर इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण उपयोग है। एल्युमीनियम उद्योग के
लिए एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2023 विश्व रैंकिंग में वेदांता एल्युमीनियम पहले स्थान पर
है। यह सस्टेनेबल कार्य प्रक्रियाएं लागू करने में वेदांता के अव्वल रहने का प्रमाण है। वेदांता के भारत में विश्वस्तरीय
एल्युमीनियम स्मेल्टर, एल्युमीना रिफाइनरी और विद्युत संयंत्र हैं। कम्पनी का मिशन स्वच्छ भविष्य निर्माण के लक्ष्य से
‘भविष्य की धातु’ के रूप में एल्युमीनियम के उपयोगों को बढ़ावा देना है।
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