फर्रुखाबादः यूपी की सबसे बड़ी आलू मंडी फर्रुखाबाद से राहत भरी खबर आ रही है. यहां से दूसरे राज्यों को आलू की सप्लाई बढ़नी शुरू हो गई है. अन्य राज्यों में आलू की आवक बढ़ने से रेट गिरने शुरू हो गए हैं. थोक में पिछले महीने तक 3500 रुपए प्रति क्विटंल तक बिक चुके आलू के भाव अब 1400-2650 रुपए प्रति क्विंटल तक आ चुके हैं. इससे फुटकर में आलू के भाव में पांच रुपए किलों तक की गिरावट देखने को मिल रही है. बाजार के जानकारों की मानें तो आने वाले वक्त में सप्लाई और बढ़ेगी इससे आलू की कीमतें और गिर सकती हैं.फर्रुखाबाद में अभी कितना आलू स्टोर है?
यूपी के फर्रुखाबाद जिले में पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा आलू का उत्पादन करता है. यहां से आलू पश्चिम बंगाल, नेपाल, बिहार, दिल्ली समेत देश के कई मंडियों को सप्लाई किया जाता है. आलू एवं शाकभाजी विकास अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में कुल 107 कोल्ड स्टोरेज हैं. इसमें कुल 862991.69 मी. टन आलू कोल्ड स्टोरेज में स्टोर है. अभी तक शीत ग्रह से आलू की निकासी 257603.02 निकासी हुई है यानी की 29.85 % आलू की निकासी हो चुकी है. अभी भी 70% आलू कोल्ड स्टोर में जमा है. इसमें 40 फीसदी किसान का और 30 फीसदी व्यापारियों का है
अगले महीने से शुरू होनी है बुआई
आलू की बुआई सितंबर महीने से शुरू हो जाती है. ऐसे में किसान कोल्ड स्टोरेज से अपना आलू निकालकर खेतों में बोता है और बचा हुआ आलू व्यापारियों को बेच देता है. वहीं किसानों के आलू बोते ही व्यापारी आलू की सप्लाई और तेज कर देते ताकि समय रहते उनका माल निकल जाए. इससे जिले में दूसरे राज्यों को आलू की सप्लाई बढ़ जाती है. आलू की फसल तैयार होने में करीब दो से तीन महीने लगते हैं. दिसंबर से बाजार में नया आलू आने लगते हैं. इससे तेजी से भाव जमीन पर आने लगते हैं.
बारिश धीमी हुई तो तेज हो गई सप्लाई
यूपी में बारिश धीमी होते ही अन्य राज्यों को आलू की सप्लाई जिले से तेज कर दी गई है. वहीं दूसरे राज्यों में आलू की आवक बढ़ने से रेट गिरने शुरू हो गए हैं. फुटकर में 40 रुपए किलो तक बिकने वाले आलू की कीमतें अब 35 रुपए तक आ गई हैं. सितंबर में और सप्लाई बढ़ेगी तो यह भाव 25-30 रुपए के आसपास आ सकते हैं. वहीं नया आलू मार्केट में आने पर इसके भाव 20 रुपए प्रति किलो पर आ सकते हैं.
किसान बोले, अगले माह से कोल्ड स्टोरेज से निकालेंगे आलू
किसान अजय मिश्रा ने बताया कि अभी सिर्फ 30 फीसदी आलू ही देश की मंडियों को सप्लाई किया गया है. अभी भी काफी आलू कोल्ड स्टोरेज में जमा है. ये आलू अगले महीने से निकालना शुरू कर देंगे. बुवाई के बाद बचा आलू व्यापारियों को बेच देंगे. किसान की माने तो सामान्य आलू की कीमतें 2000-2100 रुपए थोक में प्रति क्विटंल पर आ गईं हैं. वहीं बीते माह इसकी कीमतें 2500 से 3000 रुपए प्रति क्विंटल तक ये आलू बिका था. कीमतें गिर रहीं हैं. वहीं, चिपसोना आलू 2200 से 2300 रुपए प्रति क्विटंल पर बिक रहा है. वहीं, पिछले महीने यह आलू 2700 से 3200 रुपए प्रति क्विटंल बिका था. फुटकर में जिले में आलू 30 से 35 रुपए पर आ गया है. पिछले महीने भाव 35 से 40 रुपए किलो तक थे. बता दें कि जिले में करीब 5 लाख किसान आलू बोते हैं.
आखिर सितंबर क्यों है बेहद खास
सितंबर में किसान जैस ही बुआई शुरू करेंगे व्यापारी स्टोर महंगे आलू को तेजी से निकलना शुरू कर देते हैं. उनको यह डर सताता है कि मार्केट में अगर जल्दी नया आलू आ गया तो उनको नुकसान लग सकता है. हालांकि आलू की फसल को तैयार होने में दो से तीन महीने लगते हैं. दिसंबर से नए आलू की आवक शुरू हो जाती है जो जनवरी से मार्च तक तेज रहती है. इस दौरान आलू की कीमतें सबसे कम रहतीं हैं.
यूपी की 10 मंडियों के 27 अगस्त के थोक भाव (रुपए प्रति क्विंटल में)
महराजगंज | 1900-2050 |
हमीरपुर | 1700-2500 |
शाहजहांपुर | 1500-2100 |
औरैया | 1500-2120 |
आगरा | 1480-2900 |
मिर्जापुर | 1960-2950 |
इलाहाबाद | 1430-2550 |
अंबेडकरनगर | 1500- 2650 |
अलीगढ़ | 1450-2550 |
इलाहाबाद
1400-2550
27 अगस्त को अन्य राज्यों के भाव (रुपए प्रति क्विंटल में)
राजस्थान (गंगानगर) | 1500-1900 |
बिहार अररिया | 2000- 2500 |
हरियाणा (यमुना नगर) | 1500-2000 |