जोधपुर. 61 दिन के लंबे अंतराल के बाद धन, वैभव, प्रेम, सौंदर्य और सुख-समृद्धि के कारक शुक्र ग्रह 29 जून को उदय हो गया था.मिथुन राशि में शुक्र उदय होने के आठ दिनों के बाद मांगलिक कार्यों पर लगा विराम भी हट जाएगा और आज से शहनाई गूंजेगी. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि जुलाई के महीने में विवाह के लिए महज 7 दिन का ही शुभ मुहूर्त मिल रहा है.जुलाई माह के पहले पखवाड़े में विवाह के कुछ श्रेष्ठ मुहूर्त है.उसके बाद फिर चार माह की योग निद्रा में श्री हरि चले जाएंगे.मांगलिक कार्य थम जाएंगे.29 अप्रैल को शुक्र के अस्त होने के कारण मांगलिक कार्यों पर विराम लग गया था.विवाह और अन्य मांगलिक कार्यो के लिए शुक्र तारे के उदय होना बेहद जरूरी होता है. आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी पर बुध की राशि मिथुन में शुक्र ग्रह का पश्चिम दिशा में उदय हो गया. हालांकि शुक्र उदय होने के आठ दिन के बाद विवाह के लिए मुहूर्त मिल रहा है
जुलाई में 7 दिन विवाह के मुहूर्त
डा. अनीष व्यास ने बताया कि विवाह के लिए जुलाई के महीने में आज से 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15 तारीख को विवाह मुहूर्त मिलेंगे.शादी-विवाह के साथ ही नामकरण, जनेऊ, मुंडन, गृहप्रवेश, भूमि पूजन, भवन-वाहन, आभूषण की खरीदारी शुरू हो जाएगी. फिर 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद चातुर्मास का आरंभ हो जाएगा. इन चार महीनों में मांगलिक और शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी.इसके बाद 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी से मांगलिक कार्य फिर शुरू हो जाएंगे और 14 दिसंबर तक चलेंगे. नवंबर में विवाह के सात और दिसंबर में आठ शुभ मुहूर्त मिलेंगे.