जमुई. किसी की बेवफाई के बाद दिलजले आशिक का बदला तो आपने बहुत सुना होगा, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं जहां एक सास से उसके ससुर की बेवफाई दामाद सह नहीं पाया. फिर उस दामाद ने पूरे गांव की पंचायत लगा दी, जहां उसके सास-ससुर और उसकी प्रेमिका को भी पंचायत में बैठाया गया. जहां उनके खिलाफ एक ऐसा फैसला सुनाया गया जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. मामला जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र का है, जहां रविवार देर शाम उनके खिलाफ पंचायत लगाई गई और यह फैसला सुनाया गया.जानकारी के अनुसार खैरा थाना क्षेत्र के उमनतरी गांव निवासी प्रदीप साव का अपने ही सरहज के साथ पिछले 12 सालों से प्रेम संबंध चल रहा था. वह लगातार अपने ससुराल केंडीह आया करता था और कई कई दिनों तक रहता था. उसकी पत्नी और बेटी को जब यह बात नागवार गुजरी तब उसने इसकी शिकायत ग्रामीणों से की इसके बाद गोपालपुर निवासी उनके दामाद ने पूरे गांव की पंचायत बैठा दी, जहां इस मामले की सुनवाई की गई
12 सालों से चल रहा था प्रेम प्रसंग
इस दौरान प्रदीप साव और उसकी प्रेमिका सरहज सुधा देवी को भी बुलाया गया. ग्रामीणों ने बताया कि प्रदीप साव की पत्नी को करीब 12 वर्ष पहले पैरालिसिस का अटैक आया था, इसके बाद से ही उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया और अपनी सरहज के साथ रहने लगा. वहीं सुधा देवी का पति भी मानसिक रूप से कमजोर है इसी बात का फायदा उठाकर दोनों पिछले 12 सालों से एक दूसरे के साथ रह रहे थे.
पंचायत का फैसला सुनकर रह जाएंगे हैरान
इसे लेकर बीते रविवार देर शाम गांव में पंचायत लगाई गई तथा मामले की सुनवाई की गई. गांव के पंचायत में सभी पक्ष ने अपनी बातों को रखा, जिसे सुनकर पंचायत के द्वारा 6 लोगों की एक कमेटी बनाई गई और उनके द्वारा यह फैसला लिया गया. पंचायत ने इस मामले में निर्णय सुनाते हुए प्रदीप साव को केंडीह गांव से निकाल दिया.
उसे यह आदेश दिया गया कि वह दोबारा कभी केंडीह वापस नहीं लौटेगा, साथ ही पंचायत ने यह भी फैसला सुनाया की वह अपने हिस्से की सारी संपत्ति अपनी पत्नी और बेटे के नाम लिख देगा. इसे लेकर उसे समय भी दिया गया है. वहीं सुधा देवी को भी उमनतरी गांव नहीं जाने की सजा सुनाई गई है. बहरहाल प्रेम प्रसंग का यह मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है