छिंदवाड़ा जिले में एक आदिवासी परिवार में 8-10 लोगों की सामूहिक हत्या परिवार के मुखिया ने कुल्हाड़ी मारकर कर दी है। इसके बाद मुखिया ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इस वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। जिले की अंतिम सीमा में बसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के थाना माहुलझिर अंतर्गत ग्राम बोदलकछार में एक आदिवासी परिवार में 8 लोगों की सामूहिक हत्या कर दी गई है। परिवार के पुत्र ने कुल्हाड़ी मारकर हत्या की है। इसके पश्चात हत्यारे ने भी फांसी लगाकर स्वयं भी जीवन लीला समाप्त कर ली है।हत्या करने का कारण पता नहीं चल सका है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आदिवासी परिवार के एक युवक ने कुल्हाड़ी से अपने माता-पिता-पत्नी बच्चे और भाई सहित अपने परिवार के आठ लोगों की हत्या कर दी और हत्या करने के बाद स्वयं भी फांसी से झूल गया। घटना रात्रि दो-तीन बजे की बताई जा रही है माहुलझिर पुलिस मौके पर पंहुच चुकी है। पुलिस ने पूरे गांव को सील कर दिया है। छिंदवाड़ा से पुलिस अधीक्षक मौके के लिए रवाना हुए। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।आरोपी ने सबसे पहले पत्नी को उतारा मौत के घाट
पुलिस के मुताबिक आरोपी की शादी बीते 21 मई को हुई थी और सबसे पहले उसने पत्नी को ही मौत के घाट उतारा आरोपी द्वारा फिर 55 वर्षीय मां, 35 वर्षीय भाई, 30 वर्षीय भाभी, 16 वर्षीय बहन, 5 वर्षीय भतीजी, 4 एवं डेड वर्षीय दो भतीजियों को कुल्हाड़ी मार के मौत के घाट उतार दिया पुलिस ने घटनास्थल से कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है।हत्या का कारण नहीं आया सामने
आठ लोगों की हत्या के मामले में अब तक कारण का पता नहीं चला है। पुलिस के मुताबिक आरोपी मानसिक रूप से विक्षिप्त था और उसने कुल्हाड़ी लेकर माता-पिता पत्नी भाई बहन भतीजी सहित परिवार के आठ लोगों को मौत के घाट उतार दिया, घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी भी घर से थोड़ी दूर जाकर फांसी के फंदे में लटक गया।
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