पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से जुड़े ग्रामीण इलाकों में मछली पालन करने वाले किसान बदलते मौसम को लेकर सतर्क हो गए है. सर्दी के मौसम में मछलियों की ग्रोथ प्रभावित न हो, इसके लिए मत्स्य विभाग के कार्यकारी अधिकारी बिनोद कुमार से बातचीत की. उन्होंने बताया कि सर्दियों में तालाब के पानी का तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस बनाए रखना बेहद जरूरी है. साथ ही तालाब में ऑक्सीजन की मात्रा पर्याप्त होनी चाहिए. इसके लिए समय-समय पर प्रोटीनयुक्त आहार देना लाभकारी होता है. उन्होंने कहा कि ठंड में पानी की परतों में रहने वाली कतला, रोहू और मृगल मछलियों की ग्रोथ पर असर पड़ता है. इसलिए प्रतिदिन 2 से 3 घंटे ताजा पानी तालाब में चलाना चाहिए. इसके अलावा पानी में नमक और चूने का सीमित उपयोग बैक्टीरिया को खत्म कर मछलियों को सुरक्षित रखता है. किसी भी तरह की बीमारी दिखने पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करने की सलाह दी गई है. दिल्ली की नजदीकी मंडी होने से मेरठ के किसान मछली पालन से अच्छा मुनाफा कमा रहे है.
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