कभी BSc के स्टूडेंट रहे मधुसूदन फेल हो गए। आर्थिक चुनौतियां रहीं तो सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की। लेकिन सपना अधिकारी बनने का था तो मुश्किलों से लड़ने का फैसला किया। खुद को कड़ी तैयारी और सेल्फ-डिसिप्लिन में लगा दिया। मुश्किलों का सामना करते हुए क्रैक किया और काॅमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर बने। उनकी अनगिनत उम्मीदवारों को प्रेरित करती है, जो मेहनत अपनी किस्मत बदलना चाहते हैं।एक इंटरव्यू में मधुसूदन बताते हैं कि वह आगर मालवा, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। उनकी पढ़ाई गांव से हुई है। 10वीं में उन्होंने 62 प्रतिशत अंक हासिल किए और 12वीं में उन्होंने 72 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। में वह फेल हो गए थे और इसके बाद उन्हें लगा कि सब यहीं खत्म हो गया है। लेकिन वह अपने सपने को नहीं छोड़ सकते थे।मधुसूदन ने 2017 से इंदौर में एक NGO के माध्यम से तैयारी शुरू की थी। फ्री लाइब्रेरी में 3 साल तक रोज पढ़ाई की। उनकी मंजिल सिर्फ और सिर्फ अफसर बनने की थी। समाज की बातों और तानों को सुनने के बाद भी खुद पर भरोसा रखा।MPPSC के सफर के दौरान आर्थिक चुनौतियां आईं तो जिम्मेदारियां निभाने के लिए उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की। दिनभर की थकान के बाद भी रात को पढ़ाई जारी रखी। सपना इतना बड़ा था कि उन्हें हर गिरावट मजबूती देती थी 2021 में अपने पहले प्रयास में वह मेंस में फेल हो गए लेकिन हार नहीं मानी। इस बार और मेहनत से पढ़ाई की और कमजोरी पर काम किया। आखिरकार उनकी लगन रंग लाई और MPPSC 2022 में चयनित होकर वह Commercial Tax Inspector बने।जब फाइनल रिजल्ट आया तो मधुसूदन की खुशी शब्दों में नहीं बल्कि आंसुओं में थी। उनका सफर आसान नहीं था लेकिन माता-पिता का आशीर्वाद, दोस्तों का साथ और खुद की मेहनत ने उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। आज वह सिर्फ एक अधिकारी नहीं हैं बल्कि उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो मुश्किल हालात के बावजूद अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।
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