सर्दियां शुरू होते ही लोग अंडों का सेवन शुरू कर देते हैं। प्रोटीन, विटामिन डी समेत कई अन्य पोषक तत्वों को पाने के लिए जमकर अंडे खाते हैं। मगर सर्दियों में अंडों की खपत और कीमतें बढ़ते ही सोशल मीडिया पर हर साल एक प्रश्न जीवित हो जाता है कि, अंडा वेज है या नॉनवेज ? इस सवाल को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स अक्सर कमेंट बॉक्स में बहस करते हुए दिखते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि अंडे पूर्ण मांसाहारी होते हैं वहीं, कई लोग इसे शाकाहारी मानते हैं लेकिन इस सवाल का असल जवाब क्या है ?
अंडे को शाकाहार में क्यों गिना जाता है
आजकल कई स्थानों पर (चाहे वो सोशल मीडिया हो या और कोई मंच हो) लोगों में वैचारिक बदलाव आया जिसके तहत लोग अंडों को शाकाहार में गिना जाने लगा है। ये परिवर्तन क्यों आया है इसके बारे में भी हम आपको बता देते हैं। दरअसल, अंडे में राइबोफ्लेविन (विटामिन बी2), विटामिन डी, विटामिन ई, पैंटोथेनिक एसिड (विटामिन बी5), विटामिन बी12, विटामिन ए, फोलेट और बायोटिन जैसे कई विटामिन होते हैं। इसके अलावा प्रोटीन और कैल्शियम की कमी को भी ये पूरा करता है। ऐसे ही कई और स्वास्थ्य लाभों की वजह से लोग अंडों के सेवन को काफी उपयोगी मानते हैं। ये मान्यता समय के साथ—साथ इतनी प्रबल हो गई कि अब लोग अंडों को शाकाहार में गिनने लगे हैं। बता दें कि, आजकल के ट्रेंड में ऐसे लोग जो शाकाहारी हैं और अंडे खाते हैं उनको ‘वीगन’ कहा जाने लगा है।
क्या अंडे को नॉनवेज माना जाता है ?
दुनिया के लगभग देशों में अंडे को पारंपरिक रूप से नॉनवेज माना जाता है और कुछ शाकाहारी इसे नहीं खाते। कुछ लोगों का सिद्धांत है, चूंकि अंडे पशुओं से प्राप्त होते हैं, यही मुख्य कारण है कि कई लोग इन्हें मांसाहारी मानते हैं। इसके अलावा कुछ धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं किसी भी पशु उत्पाद को मांसाहारी मानती हैं जिससे जीवन प्राप्त हो सकता है।
आखिर क्या है जवाब
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि, अंडे शाकाहारी नहीं होते हैं क्योंकि ये एक पशु उत्पाद हैं मगर ये मांस भी नहीं हैं। किराने और परचून की दुकान में बेचे जाने वाले अधिकांश अंडे फर्टिलाइज नहीं होते, इसलिए उनसे चूजा विकसित नहीं हो पाता जिसके कारण कुछ लोग उन्हें शाकाहारी या पशु उपोत्पाद मानते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि, दूध की तरह अंडे को भी पशु मांस नहीं बल्कि पशु उपोत्पाद माना जा सकता है।गौरतलब है कि, अंडे को शाकाहारी माना जाए या मांसाहारी यह सांस्कृतिक और धार्मिक व्याख्याओं पर निर्भर करता है।
डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी सोशल मीडिया और रिपोर्ट्स में किए गए दावों पर आधारित है। जगन्नाथ डॉट कॉम किसी भी प्रकार के दावे की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।





