उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की पहल पर दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में राजस्व व्यवस्था को सुदृण करने विशेष राजस्व शिविर का होगा आयोजन
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा राजस्व निरीक्षक मंडल छिरहा पहुंचकर ग्रामवासियों से आवेदन लिए, तत्काल किया निराकरण
कबीरधाम जिले में 23 जुलाई से 29 अगस्त 2025 तक 24 गांव में होगा विशेष राजस्व शिविरों का आयोजन, आसपास के विभिन्न ग्राम होंगे शामिल
कलेक्टर ने राजस्व शिविर के पूर्व कोटवार के माध्यम से ग्रामों में मुनादी कराने के दिए निर्देश
कवर्धा, जुलाई 2025। राज्य शासन द्वारा प्रदेश के दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में राजस्व व्यवस्था को सुलभ, पारदर्शी एवं त्वरित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन एवं निर्देशानुसार कबीरधाम जिले के वनांचल ग्रामों में 23 जुलाई से 29 अगस्त 2025 तक विशेष राजस्व शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिससे ग्रामीणों को उनके ही गांव में राजस्व से संबंधित समस्याओं का समाधान प्राप्त हो सकेगा। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में इन शिविरों के आयोजन के पूर्व, जिले के चयनित ग्राम पंचायत भवनों में 08 और 09 जुलाई को नागरिकों से नामांतरण, बंटवारा, फौती, सीमांकन, खसरा त्रुटि सुधार, भूमि संबंधी विवादों एवं अन्य राजस्व विषयों से जुड़े प्रकरणों के लिए आवेदन लिए गए हैं।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा आज राजस्व निरीक्षक मंडल छिरहा पहुंचकर ग्रामवासियों से आवेदन लिए और अनेक आवेदनों का तत्काल निराकरण भी किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामवासियों से संवाद कर उनकी समस्या, शिकायत और मांग भी सुनी। इन आवेदनों की प्राथमिक छंटनी एवं वर्गीकरण का कार्य 10 जुलाई से 11 जुलाई तक किया जाएगा। छंटनी के पश्चात पात्र एवं आवश्यक प्रकरणों को चिन्हित कर समाधान की दिशा में अग्रसर किया जाएगा। इसके बाद 23 जुलाई से 29 अगस्त 2025 तक चरणबद्ध तरीके से जिले के विभिन्न ग्रामों में विशेष राजस्व शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में राजस्व विभाग के अनुभवी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम मौके पर उपस्थित रहकर नागरिकों की समस्याओं का स्थल पर ही निपटारा करेगी। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में जिले में राजस्व समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए राजस्व शिविर को विस्तार देते हुए राजस्व समस्या निदान रथ का संचालन किया जाएगा। तकनीकी संसाधनों से युक्त इस रथ में कम्प्यूटर, प्रिंटर, फोटोकॉपी मशीन सहित ऑपरेटर और सहयोगी कर्मचारी रहेंगे। यह रथ ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि, नक्शा, खसरा, गिरदावरी, नामांतरण सहित लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत आने वाली सेवाओं का स्थल पर ही त्वरित निराकरण करेगा। एग्री स्टेक और गिरदावरी प्रविष्टि का पंजीयन भी इसी के माध्यम से किया जाएगा। कलेक्टर ने रथ की नियमित मॉनीटरिंग और समुचित समन्वय के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में इस अभियान की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। उन्होंने संबंधित अनुविभागीय अधिकारियों, तहसीलदारों एवं राजस्व निरीक्षकों को निर्देशित किया है कि वे पूरी गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ शिविरों में सहभागिता सुनिश्चित करें और यह प्रयास करें कि अधिकतम लोगों को लाभ मिले। कलेक्टर ने कहा कि, इस अभियान का उद्देश्य केवल राजस्व प्रकरणों का निराकरण भर नहीं है, बल्कि शासन की जनसेवा भावना को जमीनी स्तर तक पहुँचाना है। ग्रामीणों को अब तहसील कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे, उन्हें सेवा उनके द्वार पर मिलेगी। कलेक्टर ने राजस्व शिविर के पूर्व कोटवार के माध्यम से मुनादी कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने निर्धारित तिथियों में संबंधित प्रभारी अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, हल्का पटवारी एवं ग्राम कोटवार को उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। राजस्व शिविर के पूर्व निर्धारित कार्य योजना के अनुसार राजस्व न्यायालय संबंतिध, भू अभिलेख संबंधि तथा शिविर के लिए प्राप्त आवेदनों का पंजीयन पृथक से पंजी संधारित करने एवं आवेदनों का निराकरण पश्चात संबंधित पक्षकारों, कृषकों को की गई कार्यवाही अवगत कराने के निर्देश संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार को दिए।
राजस्व समस्या का तत्काल निराकरण के लिए राजस्व समस्या निदान रथ पहुंचेगा गांवों में
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में जिले में राजस्व शिविरों के कार्यों को और अधिक प्रभावी एवं जनसुविधा मूलक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इस क्रम में राजस्व समस्या निदान रथ का संचालन किया जाएगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में राजस्व संबंधी समस्याओं का त्वरित एवं स्थल पर ही निराकरण सुनिश्चित किया जा सकेगा। राजस्व रथ के संचालन के लिए विस्तृत रूट चार्ट तैयार कर लिया गया है। यह रथ पूरी तरह तकनीकी संसाधनों से सुसज्जित रहेगा, जिसमें फोटोकॉपी मशीन, कम्प्यूटर, प्रिंटर सहित दो ऑपरेटर एवं एक सहयोगी कर्मचारी की तैनाती की गई है। इस रथ के माध्यम से ग्रामीणजन अपने भूमि, नक्शा, खसरा, गिरदावरी एवं नामांतरण से संबंधित मामलों का त्वरित समाधान प्राप्त कर सकेंगे। यह रथ लोक सेवा केन्द्र से लिंक रहेगा, जिससे लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत आने वाली सेवाओं का निपटान शीघ्र किया जा सकेगा। रथ के माध्यम से एग्री स्टेक पंजीयन और गिरदावरी संबंधित प्रविष्टियों का भी पंजीयन किया जाएगा। यह पहल ग्रामीणों को राहत देने के साथ ही प्रशासनिक पारदर्शिता एवं दक्षता में वृद्धि करेगी। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राजस्व समस्या निदान रथ की नियमित मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जाए तथा ग्रामीणजन को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए आवश्यक समन्वय स्थापित किया जाए।
इन-इन स्थानों में होगा विशेष राजस्व शिविर का आयोजन
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में राजस्व संबंधी प्रकरणों का त्वरित निराकरण के लिए जिले के 24 स्थानों पर विशेष राजस्व शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत आसपास के विभिन्न पटवारी हल्का के गा्रम भी शिविर में सम्मिलित होंगे। राजस्व शिविर का प्रारंभ 23 जुलाई को बोड़ला से होगा। इसके बाद 25 को पोड़ी, 28 को राजानवांगांव, 29 को चिल्फी, 30 को तरेगांव जंगल, 31 को सहसपुर लोहारा, 01 अगस्त को सिल्हाटी, 04 को बिरेन्द्र नगर, 05 को ठाठापुर, 06 को बाजार चारभांठा, 07 को समनापुर, 08 को पिपरिया, 11 को नेवारी, 12 को मरका, 13 को दशरंगपुर, 18 को छिरहा, 19 को कुण्डा, 20 को दामापुर, 21 को मोहगांव, 22 को कुकदूर, 25 को कोदवागोड़ान, 27 को पंडरिया, 28 को बाद्यामुड़ा और 29 को रमतला में विशेष राजस्व शिविर का आयोजन किया जाएगा।