शाला प्रवेश उत्सव में बच्चों का जोश बढ़ाने पहुंचे जनपद पंचायत अध्यक्ष उषा धृतलहरे ,स्कूल में बच्चों का किया स्वागत…. (सावित्रीपुर स्कूल में शाला प्रवेश उत्सव हर्षौल्लास के साथ संपन्न)…….. सांकरा, जोंक,महासमुंद जिले के ग्राम सावित्रीपुर स्थित शास उच्च माध्य शाला, पूर्व माध्यमिक शाला एवं शास प्राथ शाला सावित्रीपुर में संयुक्त रूप से आज नए शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ “शाला प्रवेश उत्सव”के माध्यम से उत्साहपूर्वक किया गया। इस विशेष अवसर पर जनपद पंचायत पिथौरा के अध्यक्ष श्रीमती उषा पुरुषोत्तम धृतलहरे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही। श्रीमती धृतलहरे ने स्कूल पहुंचते ही नन्हे विद्यार्थियों का प्रारंभिक तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर आत्मीय स्वागत किया।बच्चों को स्कूल ड्रेस, पाठ्यपुस्तके और अन्य शैक्षणिक सामग्री भी भेंट की।कार्यक्रम स्थल पर बच्चों के चेहरों पर उत्साह और नई शुरुआत की उमंग स्पष्ट झलक रही थी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनपद पंचायत उपाध्यक्ष ब्रह्मानंद पटेल ने स्कूली बच्चों से शाला प्रवेश उत्सव में संवाद करते हुए कहा कि केवल डिग्री के लिए पढ़ाई करना पर्याप्त नहीं है,बल्कि व्यावहारिक ज्ञान और जीवन उपयोगी स्किल ही असली सफलता की कुंजी है,उन्होंने कहा कि जो छात्र लगातार सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं वही जीवन में आगे बढ़ते हैं। विशिष्ट अतिथि सावित्रीपुर जनपद सदस्य पुरुषोत्तम धृतलहरे ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वअनुशासन का परिचय देते हुए कड़ी मेहनत और परिश्रम करें ,यही सफलता का सूत्र है।इसलिए सभी बच्चे पूरी लगन के साथ मेहनत करते हुए सफलता को प्राप्त करके उच्च पदों पर आसीन हो। जनपद सदस्य अजय अग्रवाल ने अपने संबोधन में शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा की एक शिक्षित समाज ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वह अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजें और उनकी पढ़ाई में सक्रिय भागीदारी निभाए। उन्होंने सरकार द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी बताई।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जनपद सदस्य श्रीमती भारती संदीप अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि शाला प्रवेश उत्साह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह बच्चों के जीवन में शिक्षा की नींव रखने का प्रथम दिन होता है,उन्होंने बताया कि सरकार की सर्व शिक्षा अभियान,निशुल्क पाठक सामग्री ,मिड डे मील योजना आदि योजनाएं बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए सहायक है, उन्होंने विद्यालय के प्रबंधन और शिक्षकों की प्रतिबद्धता की सहारना
की।इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सरोज गणेश पटेल ने कहा कि बच्चे कल के भविष्य होंगे।निश्चित तौर पर शिक्षा से ही हमारा भविष्य तय होता है,हमें क्या सीखना है क्या बनना है ।यह हमें विद्यालय की पढ़ाई,विद्यालय के शिक्षक और विद्यालय के माहौल से ही प्राप्त होता है ।उन्होंने कहा कि आप हमेशा संघर्षरत रहिए तभी आपको सफलता मिल सकती है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि स्वप्निल तिवारी ने छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी और उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कारवान बनना भी जरूरी है। तभी जीवन का चरितार्थ सिद्ध होगा। उनके इन शब्दों ने बच्चों और शिक्षकों को प्रेरित किया,जिससे उन्हें अपने जीवन में शिक्षा और संस्कार के महत्व को समझने में मदद मिलेगी।इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विधायक प्रतिनिधि अंबू पटेल ने कहा कि यूं तो हमें जनप्रतिनिधि के तौर पर अनेक भूमि पूजन लोकार्पण करने होते हैं,पर शाला प्रवेश उत्सव ऐसा कार्यक्रम है जहां हम आने वाले स्वर्णिम भारत के पौधों को रोपित और संरक्षित कर रहे हैं।इन बच्चों में से ही कुछ आने वाले समय में डॉक्टर,इंजीनियर,कलेक्टर ,बिजनेसमैन और खिलाड़ी बनकर हमारे गांव,परिवार और राष्ट्र का नाम गौरवान्वित करेंगे। इस अवसर पर सावित्रीपुर उपसरपंच माधव रात्रे ने कहा कि बेटियों को शिक्षा के प्रति विशेष ध्यान देने और अधिक से अधिक पढ़ने के लिए प्रेरित किया।शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम संस्था के प्राचार्य पी सिदार सर के मार्गदर्शन, मिडिल स्कूल हेडमास्टर एसएल पटेल,प्राइमरी स्कूल हेडमास्टर महेंद्र तांडी एवं संकुल समन्वयक सावित्रीपुर पीएल चौधरी के नेतृत्व एवं एसएमडीसी और ग्रामपंचायत सावित्रीपुर के सहयोग से संपन्न हुआ।कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता बीडी साहू सर द्वारा और आभार प्रदर्शन धनुर्जय बंजारे द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में नरेंद्र बोरे निज सचिव,गणेश पटेल, केतब बारीक,गोकुलानंद प्रधान,देवराज बीसी, सावित्रीपुर उपसरपंच माधव रात्रे, आजूराम अनंत,दिलीप प्रधान,लाला निराला,दीपक अनंत, धुनर्जय बंजारे, अंजीरा,कीर्तन,संजय मिरि,खीरसागर,राकेश पटेल और समस्त शिक्षक शिक्षकाएं उपस्थित रहे।

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