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अमेरिका ने राख की ढेर में खोजा दुर्लभ तत्वों का खजाना, ट्रंप की बल्ले-बल्ले, कीमत 8.4 बिलियन डॉलर

वॉशिंगटन: दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्तियों में शुमार अमेरिका के हाथ अरबों डॉलर का खजाना लगा है। यह खजाना वर्षों से जमीन में छिपा हुआ था। अमेरिका ने अनजाने में इस खजाने को कोयले की राख की ढेर में दफन कर रखा था। वर्तमान में इस खजाने की कीमत 8.4 बिलियन डॉलर आंकी गई है। यह खजाना कुछ और नहीं बल्कि दुर्लभ मृदा तत्व हैं, जिनका इस्तेमाल स्मार्टफोन से लेकर अक्षय ऊर्जा प्रोद्योगिकियों तक हर चीज में किया जाता है। वर्षों से, अमेरिका दुर्लभ मृदा तत्वों के आयात पर निर्भर रहा है। लेकिन, अब उसकी यह चिंता खत्म होने वाली है।

8.4 बिलियन डॉलर आंकी गई कीमत

इंट्रेस्टिंग इंजीनियरिंग डॉट कॉम के मुताबिक, अमेरिका को कोयले की राख के लैंडफिल में 8.4 बिलियन डॉलर के दुर्लभ मृदा तत्व मिले हैं। यह खोज ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने की है। उन्होंने अमेरिका के कोयला राख भंडारों में इन आवश्यक तत्वों की चौंका देने वाली खोज की है। यह एक ऐसी खोज है, जो अमेरिका के दुर्लभ मृदा तत्वों के आयात पर निर्भरता को काफी हद तक कम कर सकती है। इसके अलावा यह खोज महत्वपूर्ण खनिजों के स्रोत के लिए अमेरिका के दृष्टिकोण को नया रूप दे सकती है।

कोयला की राख में मौजूद हैं ये तत्व

कोयला राख, ईंधन के लिए कोयले को जलाने के बाद बचा हुआ पाउडर जैसा उत्पाद होता है। इसे लंबे समय से एक औद्योगिक अपशिष्ट उत्पाद माना जाता रहा है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने अब कोयले की राख को दुर्लभ मृदा तत्वों के प्रचुर और सुलभ स्रोत के रूप में पहचाना है। ये तत्व बैटरी, सौर पैनल और उच्च प्रदर्शन वाले चुम्बकों के निर्माण में महत्वपूर्ण हैं। इससे भारत और चीन जैसे विकासशील देशों को भी फायदा हो सकता है, क्योंकि इन देशों में कोयले की राख प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं

 

कचरे से खजाना’ का उदाहरण बता रहे एक्सपर्ट

इस अध्ययन की सह-मुख्य लेखिका और ऑस्टिन में ब्यूरो ऑफ इकनॉमिक जूलोजी में रिसर्च प्रोफेसर ब्रिजेट स्कैनलॉन ने कहा, “यह वास्तव में ‘कचरे से खजाना’ मंत्र का उदाहरण है।” उन्होंने यह भी कहा, “हम मूल रूप से चक्र को बंद करने और कचरे का उपयोग करने और कचरे में संसाधनों को पुनः प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि साथ ही पर्यावरणीय प्रभावों को कम कर रहे हैं।”

अमेरिका के पास 11 मिलियन टन कोयला राख

अध्ययन का अनुमान है कि यू.एस. कोयला राख में 11 मिलियन टन दुर्लभ पृथ्वी तत्व हैं। यह देश के ज्ञात घरेलू भंडार का लगभग आठ गुना है। यह संसाधन के रूप में कोयला राख का पहला राष्ट्रीय मूल्यांकन है, जो अमेरिका की महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति को मजबूत करने का एक नया तरीका प्रस्तुत करता है। पारंपरिक खनन के विपरीत, कोयला राख निष्कर्षण का एक प्रमुख लाभ है। जलने की प्रक्रिया ने पहले ही खनिजों को उनके मूल अयस्क से अलग कर दिया है। इससे ऊर्जा-गहन शोधन चरणों की आवश्यकता कम हो जाती है।

 

Manoj Mishra

Editor in Chief

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