अयोध्या : हिंदू पंचांग के मुताबिक प्रत्येक साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होली का पर्व मनाया जाता है. इस वर्ष होली का पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा. देश के अलग-अलग जगहों पर होली के दिन अलग-अलग देवी-देवताओं के पूजा करने का विधान है. पूरे देश में अभी से ही होली की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. अब आपके मन में यह सवाल चल रहा होगा की होली के दिन किन देवी-देवताओं की पूजा बेहद जरूरी है. साथ ही पूजा आराधना करने के लिए किन-किन सामग्रियों की जरूरत होती है. तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं
अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि होली के दिन सनातन धर्म को मानने वाले लोग शुभ फल की प्राप्ति के लिए अनेक प्रकार के उपाय करते हैं. तंत्र-मंत्र टोटके के लिए यह दिन बेहद उत्तम माना जाता है. इस दिन देवी-देवताओं की पूजा आराधना करने का भी विधान है. जिसमें भगवान शंकर, राधा-कृष्ण, माता लक्ष्मी, भगवान विष्णु की पूजा आराधना होली के दिन की जाती है.
होली पर इन देवताओं की होती हैं पूजा
पंडित कल्कि राम बताते हैं कि होली के दिन भगवान शंकर की पूजा आराधना करना शुभ माना जाता है. चिता की राख से काशी में होली भी खेली जाती है. जिसे मसाने की होली कहा जाता है. इसके अलावा होली के दिन राधा कृष्ण की भी पूजा का विधान है. इससे न सिर्फ जीवन में प्रेम का आगमन होता है बल्कि प्रेम संबंध भी मजबूत होते हैं. इसके अलावा होली के दिन माता लक्ष्मी की उपासना करने से घर में पैसे की तंगी खत्म होती है. होली से एक दिन पहले भक्त प्रहलाद को जलाने के लिए होलिका उन्हें गोद में लेकर अग्नि में बैठी थी लेकिन प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ और होलिका भस्म हो गई थी. होली के दिन भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की भी पूजा आराधना करने का विधान है.होलिका की अग्नि में ये सामग्री डालना शुभ
पंडित कल्कि राम बताते हैं कि होलिका पूजन के लिए फल, फूल, कलावा, रोली, गुड, पीली सरसों, गाय का गोबर बहुत शुभ माना जाता है. होलिका की अग्नि में इन्हें डालना शुभ माना जाता है. अग्नि में पूजन सामग्री डालते समय मुख को हमेशा पूर्व अथवा उत्तर दिशा की तरफ करना चाहिए. इस दिन होलिका दहन भी जरूर देखना चाहिए. ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां खत्म होती हैं.