देवघर: कई बार जीवन में परेशानियां लगातार आती रहती हैं और हमें वजह नहीं पता चल पाती. ऐसा माना जाता है कि जब इंसान को बेवक्त परेशानियां घेरे रहें तो इसके पीछे पितृदोष एक बड़ा कारण हो सकता है. अगर आपके पितृ प्रसन्न रहते हैं तो जीवन मे सुख समृद्धि का अभाव नहीं होता, वहीं अगर पितर नाराज हैं तो कोई न कोई दिक्कत बनी रहती है.
वहीं, साल भर में पितृ पक्ष के अलावा ऐसी कई विशेष तिथियां होती हैं, जब पितरों को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ किया जा सकता है. ऐसी ही एक तिथि ज्येष्ठ पूर्णिमा है. इस दिन को पितृ पूजा के लिए उत्तम माना गया है. इस दिन पितरों का तर्पण कर उनको प्रसन्न किया जा सकता है. साथ ही इससे जुड़े कुछ उपाय करने से भी पितृ प्रसन्न होते हैं.इस दिन है ज्येष्ठ पूर्णिमा
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने जगन्नाथ डॉट कॉम को बताया कि पितरों को प्रसन्न करने के लिए जेठ पूर्णिमा का दिन शुभ माना गया है. 23 जून को ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा है. इस दिन परिवार का जेठ पुत्र अगर पितरों के नाम तर्पण करे तो पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से भी राहत मिलती है. अगर पितृ नाराज हों तो घर मे तबाही मच जाती है. घर में परेशानियां बढ़ जाती हैं. वहीं, जेठ पूर्णिमा के दिन छोटा सा उपाय करते हैं तो जातक को पितृ दोष से राहत मिलेगी और पितर भी प्रसन्न होंगे.नदी किनारे ऐसे करें तर्पण
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि पितृ को प्रसन्न करने के लिए और पितृ दोष से मुक्ति के लिए जेठ पूर्णिमा के दिन गंगा नदी के किनारे या फिर किसी नदी के किनारे जल में दूध मिलाकर और सफेद फूल के साथ तीन पीढ़ी का नाम लेकर पितरों का तर्पण करें. ध्यान रहे तर्पण हमेशा दक्षिण दिशा की ओर मुख करके और बैठकर ही करना चाहिए. इससे पितृ प्रसन्न भी रहेंगे और घर में हमेशा खुशहाली रहेगी.
2. दोपहर के बाद हवन
जेठ पूर्णिमा के दिन पितरों के नाम से काला तिल के साथ हवन करना चाहिए. इससे पूर्वजों की आत्मा तृप्त होती है और परिवारजन को खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं.
3. पीपल पेड़ के नीचे दीपक जलाएं
जेठ पूर्णिमा के दिन काले तिल के तेल का दीपक पीपल पेड़ के नीचे पितृ के नाम से जलाना चाहिए. यह उपाय पितृदोष से मुक्ति दिलाता है और वंश वृद्धि में कारगर है.Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का जगन्नाथ डॉट कॉम व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.