लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले सांसद बृजमोहन अग्रवाल का विजय जुलूस रायपुर में निकलना शुरू हो गया है। जुलूस की शुरुआत मां बंजारी मंदिर रावाभाटा बिरगांव से हुई है। इस विजय जुलूस में बृजमोहन के साथ ही पूर्व सांसद सुनील सोनी, विधायक राजेश मूणत और अन्य लोग शामिल हैं।रायपुर लोकसभा सीट से बृजमोहन अग्रवाल 5 लाख 75 हजार 285 वोटों से जीते हैं। वे देश के टॉप टेन विजेताओं में शामिल हैं। बृजमोहन अग्रवाल के इस विजय जुलूस को विजय आभार रैली नाम दिया गया है। यह रैली शहर के विभिन्न रास्तों से होकर निकल रही है।
विजय रैली का रूट
सांसद की यह रैली मां बंजारी मंदिर रावाभाटा बिरगांव से शाम 4 बजे शुरू हुई। वहां से व्यास तालाब, भनपुरी चौक, भनपुरी, गुढ़ियारी, DRM ऑफिस, फाफाडीह चौक, रेलवे स्टेशन, तेलघानी नाका पहुंचेगी। इसके बाद नेमीचंद गली, राठौर चौक होते हुए 5.20 बजे बृजमोहन अग्रवाल के घर।
वहां से सिंधी स्कूल, ललिता चौक, तातयापारा चौक, आमापारा चौक, लाखे नगर चौक, पुरानी बस्ती थाना, कंकाली तालाब, नहाटा मार्केट, छोटा पारा मस्जिद, OCM चौक, सागौन बंगला, कैनाल रोड, झुलेलाल मंदिर, मरीन ड्राइव, दिशा कॉलेज मोड़, लोधीपारा चौक, पंडरी कपड़ा मार्केट होते हुए रात 08.15 बजे जय स्तंभ चौक पर रैली का समापन।
बृजमोहन बोले- इस्तीफा देने की हड़बड़ी नहीं
छत्तीसगढ़ के मंत्री और अब सांसद बन चुके बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे पर सस्पेंस है। उन्होंने गुरुवार को मीडिया के सवालों को लेकर इस पर जवाब दिया। साथ ही इशारों में बता दिया कि फिलहाल वो इस्तीफा देने की हड़बड़ी में नहीं हैं। फिर उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जिस दिन कहेंगे, उस दिन इस्तीफा दे दूंगा।
बृजमोहन इस वक्त रायपुर दक्षिण से विधायक और साय सरकार में मंत्री हैं। लोकसभा चुनाव जीतकर वे रायपुर से सांसद बन चुके हैं। पहले ये माना जा रहा था कि मोदी कैबिनेट में उन्हें जगह मिलेगी और वे केंद्र में मंत्री बनेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
अब बृजमोहन या तो विधायक रह सकते हैं या फिर सांसद। विधायक पद से इस्तीफा दिया तो प्रदेश सरकार में मंत्री नहीं रहेंगे। पढ़िए अपने इस्तीफे के फैसले पर बृजमोहन ने खुले तौर पर क्या कहा
मंत्री जी इस्तीफा कब दे रहे हैं?
बृजमोहन अग्रवाल रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में हुई बैठक से बाहर आए। यहां संगठन महामंत्री अजय जामवाल नए सांसदों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब दिए।
सवाल : आप मंत्री पद से इस्तीफा कब दे रहे हैं?
जवाब : जब मीडिया ने इस्तीफे का सवाल बृजमोहन से किया तो पहले तो वह मुस्कुराए। फिर बोले- मंत्री तो मैं 6 महीने रह सकता हूं।
सवाल : तो क्या आप अभी मंत्री ही रहेंगे?
जवाब : मुख्यमंत्री जिस दिन कहेंगे, उस दिन इस्तीफा दे दूंगा।
सवाल : क्या आगे बड़ी जिम्मेदारी आपको मिलने जा रही है?
जवाब : जनता ने बड़ी जिम्मेदारी दे दी है, सांसद बना दिया है। अब विधायक और सांसद दोनों में से क्या रहना है, पार्टी जो निर्देश देगी वो करेंगे।
संगठन ने सांसदों से फीडबैक लिया
संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने गुरुवार को सभी जीते हुए सांसदों से बात की है। बृजमोहन अग्रवाल ने इस बैठक को लेकर कहा- सांसदों से चर्चा हुई लोकसभा चुनाव कैसा रहा क्या अनुभव रहे परिस्थिति पर रिपोर्ट ली गई।रायपुर दक्षिण उपचुनाव…बृजमोहन के इस्तीफे का इंतजार:BJP के गढ़ में पार्षद से पूर्व सांसद तक टिकट की रेस में; कांग्रेस में भी कई दावेदार
छत्तीसगढ़ भाजपा के कद्दावर नेता और रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल अब सांसद बन गए हैं। उनके इस्तीफा देने के बाद ये सीट खाली हो जाएगी। चर्चा है कि प्रदेश में साल के अंत में नगरीय निकाय के साथ-साथ विधानसभा उप चुनाव भी हो सकते हैं। ऐसे में अभी से ही बड़ी संख्या में बीजेपी-कांग्रेस के नेता अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं।
मोदी कैबिनेट रविवार की शाम शपथ ले चुकी है। सोमवार की सुबह का सूरज सवाल लेकर आया है। सियासी बातों में दिलचस्पी लेने वाले दो सवाल पूछ रहे हैं कि छत्तीसगढ़ से तोखन साहू को मौका क्यों ? और बृजमोहन अग्रवाल जैसे सीनियर नेताओं को साइड क्यों किया गया ?