भारतीय थाली की बात करें तो हम अक्सर दिन में 3 से 4 मील खाते हैं और हमारे हर मील में दाल-चावल, रोटी, सब्जी, डेयरी प्रोडक्ट जैसी कई चीजें होती हैं. वैसे तो भारतीय थाली पोषण के मामले में सर्वश्रेष्ठ होती है, लेकिन कई बार हम कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ साथ में खा लेते हैं, जो हमारे पेट के लिए हानिकारक होते हैं. ऐसे गलत फूड कॉम्बिनेशन न केवल हमारी सेहत के लिए हानिकारक होते हैं, बल्कि लगातार ऐसी चीजें साथ में खाने से हम बीमारियों का भी शिकार हो सकते हैं. आयुर्वेद में पहले से ही ‘विरुद्ध आहार’ का कॉन्सेप्ट मौजूद है. आइए बताते हैं आपको ऐसे तीन फूड आइटम्स के बारे में जिन्हें साथ में खाने से हमेशा बचना चाहिए.कई बार हेल्दी नाश्ते की बात करें तो लोग ‘दूध-केला’ खाने की सलाह देते हैं. इतना ही नहीं, जिन लोगों को बॉडी बनानी हो तो दूध-केला का मिलकार शेक ही उनका नाश्ता बन जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका ये फेवरेट नाश्ता आपके पेट को शायद उतना पसंद नहीं है. आयुर्वेद में दूध के साथ किसी फल का मिलाना वैसे भी गलत ही माना जाता है क्योंकि दूध और फल विरुद्ध आहार हैं. वहीं डॉक्टरों की मानें तो दूध-केला साथ खाना आपके पेट में अपच या एसिडिटी जैसी परेशानी पैदा कर सकता है. इसके साथ ही इन दोनों को साथ खाने से न्यूट्रिएंट्स के शरीर में पचने की भी दिक्कत खड़ी होती है.
भोजन के साथ फल
इसे ऐसे समझें कि हमारे शरीर में हर चीज को पचाने की एक प्रक्रिया है. शरीर में भोजन को पचने में फलों से ज्यादा समय लगत है. लेकिन जब आप भोजन और फल एक साथ खाते हैं तो इससे आपके पेट में आप एक अजीब स्थिति पैदा कर देते हैं. इन दोनों को एक साथ खाकर आप अपने पेट में ट्रैफिक जाम जैसे हालात बना देते हैं. इससे पेट में ब्लोटिंग या गैस की परेशानी हो सकती है. इसके अलावा फलों में पाई जाने वाली नेचुरल शुगर भी पाचन की प्रक्रिया को प्रभावित करती है.
मछली और दही
हमारी भारतीय थाली में अक्सर कई सारी चीजें एक साथ होती हैं. इसमे फल, अनाज, सब्जी, चावल सब शामिल होता है. लेकिन मछली और दही अगर आपकी थाली में है तो ये एक अच्छा कॉम्बिनेशन नहीं है. मछली में बड़ी मात्रा में प्रोटीन होता है, जबकि दही एक डेयरी प्रोडक्ट है. ये दोनों मिलकर आपके पाचन तंत्र पर भारी लोड डालते हैं. दही और मछली के पचने का समय अलग-अलग होता है, इसलिए पेट में आपको गैस, एसिडिटी जैसी परेशानी हो सकती है. इसके अलावा माना जाता है कि मछली और दही साथ खाने से कई स्किन से जुड़ी बीमारियां भी होती हैं.दरअसल जिस भी भोजन का पाचन समय अलग-अलग होता है, उन्हें एक साथ खाने से बचना चाहिए. हालांकि हमें समझना चाहिए कि हर किसी का पाचन तंत्र अलग-अलग होता है. आप किसी चीज को किस तरह के पचा सकते हैं ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप बचपन से किस तरह का भोजन करते रहे हैं. इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपने शरीर की सुनें और आपके लिए क्या सही है वह तय करें.