नई दिल्ली. भारत की वाइल्ड लाइफ दुनिया भर में मशहूर है. यहां तरह-तरह के जंगली जानवरों के साथ-साथ अलग-अलग प्रजाति के सांप भी मौजूद हैं. भारत के दूर दराज के इलाकों में अक्सर सांप कांटने के बाद मेडिकल सुविधाओं के अभाव में लोगों की जान चली जाती है. इसी समस्या से निजात पाने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत आयुष विभाग की तरफ से एक गाइडलाइन जारी की गई है. इस गाइडलाइन के तहत ये बताया गया है कि सांप कांटने की स्थिति में लोगों को क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए, ताकि डॉक्टरी मदद मिलने तक मरीज को बचाया जा सके.
- सांप द्वारा काटे जाने वाले व्यक्ति को आश्वस्त करें और शांत रखें.
- धीरे-धीरे सांप से दूर हो जाएं.
- घाव वाले अंग को ना हिलाएं और उसे स्थिर रखें.
- अगर सांप कांटने वाली जगह पर किसी प्रकार का आभूषण, घड़ी, अंगूठी या तंग कपड़ा है तो उसे हटा दें.
- मरीज को तुरंत स्ट्रेचर पर बाईं करवट लिटाएं. दाहिना पैर मुड़ा हुआ हो और हाथ से चेहरे को सहारा दें.सांप कांटने पर क्या ना करें?
- सांप द्वारा काटे जाने वाले व्यक्ति को घबराहट ना होने दें.
- सांप पर हमला करने या उसे मारने की भूल ना करें. यदि आप ऐसा करेंगे तो सांप अपने बचाव में आपको काट सकता है.
- सांप द्वारा काटने वाले घाव को ना काटें. इस घाव पर विषरोधी इंजेक्शन व दवाई भी मत लगाएं.
- घाव को बांधकर रक्त संचार रोकने का प्रयास ना करें
- रोगी को पीठ के बल ना लिटाएं. इसे वायु मार्ग में रुकावट हो सकती है.
- पारंपरिक तरीके से उपचार का प्रयासा ना करें.