आईएएस बनने की कहानी
आईएएस अधिकारी सृष्टि देशमुख ने 2018 में उन्होंने अपना पहला UPSC एग्जाम दिया और पहले ही प्रयास में पांचवी रैंक प्राप्त कर इतिहास रच दिया। महिलाओं में उनका पहला स्थान था। उनके आईएएस बनने की कहानी काफी दिलचस्प है।
आईएएस अधिकारी सृष्टि देशमुख
आईएएस अधिकारी सृष्टि देशमुख ने 2018 में उन्होंने अपना पहला UPSC एग्जाम दिया था। 23 साल की उम्र में उन्होंने पहले ही प्रयास में पांचवी रैंक प्राप्त कर इतिहास रच दिया। महिलाओं में उनका पहला स्थान था।
केमिकल इंजीनियर
सृष्टि जयंत देशमुख का जन्म 18 मार्च 1955 को कस्तूरबा नगर भोपाल मध्य प्रदेश में हुआ था! सृष्टि ने केमिकल इंजीनियर में बीटेक की डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने आईएएस एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी।उनके पिता जयंत देशमुख पेशे से इंजीनियर हैं और मां सुनीता देशमुख है प्राइमरी शिक्षिका है। आईएएस सृष्टि देशमुख ने भोपाल के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने 10वीं में 10 सीजीपीए और 12वीं में 93 प्रतिशत मार्क्स हासिल किए
वैकल्पिक विषय
देशमुख का वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र था क्योंकि वह इसमें सहज थीं। सृष्टि देशमुख को यूपीएससी एग्जाम में कुल मिलाकर 1068 अंक प्राप्त हुए थे।सृष्टि जयंत देशमुख के पति का नाम नागार्जुन गौड़ा है जोकि पेशे से आईएएस अधिकारी हैं। उनके पति मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं। दोनों की मुलाकात आईएएस प्रशिक्षण के दौरान हुई।
किस बैच के हैं दोनों
आईएएस सृष्टि देशमुख भारत की सबसे चर्चित सिविल सेवा अधिकारियों में से एक हैं। वह मध्य प्रदेश कैडर की 2019 बैच की आईएएस अफसर हैं। उनके पति डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा भी 2019 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।





