, भोपाल। मौसम विज्ञान केंद्र ने भले ही प्रदेश के 10 जिलों से मानसून की वापसी का ऐलान कर दिया हो, लेकिन उनमें से रतलाम और श्योपुर में शनिवार को बौछारें दर्ज की गईं। वहीं, ओडिशा और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर अवदाब का क्षेत्र बनने से रविवार को इंदौर संभाग में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। इसके अलावा भोपाल, नर्मदापुरम, सागर, जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
शनिवार को सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक सिवनी में 20 मिमी, नरसिंहपुर में 17 मिमी, खरगोन में 12 मिमी, नौगांव में 10 मिमी, पचमढ़ी में छह मिमी, बैतूल, रतलाम और उमरिया में पांच-पांच मिमी, टीकमगढ़, जबलपुर और भोपाल में चार-चार मिमी, मलाजखंड में तीन मिमी, रीवा, छिंदवाड़ा, रायसेन और श्योपुर में दो-दो मिमी, वहीं मंडला और दमोह में एक-एक मिमी वर्षा दर्ज की गई।
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मौसम विभाग की जानकारी
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार ओडिशा और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर अवदाब का क्षेत्र बना है। यह धीरे-धीरे कमजोर होकर गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होगा और पश्चिम की ओर बढ़ेगा। अवदाब से लेकर गोवा तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो तेलंगाना और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक से होकर गुजर रही है।
इन हिस्सों में भारी बारिश
विशेषज्ञों के अनुसार 30 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने की संभावना है, जो एक अक्टूबर को उत्तरी बंगाल की खाड़ी तक पहुंचकर कम दबाव का क्षेत्र बना सकता है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ के आसपास बने अवदाब के असर से रविवार को प्रदेश के पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में वर्षा की संभावना है। विशेषकर खंडवा और खरगोन में भारी वर्षा भी हो सकती है।