रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में कार्रवाई से बचाने के एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले आबकारी उप निरीक्षक को एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा। उक्त रकम आबकारी उप निरीक्षक द्वारा कागज पर हस्ताक्षर करवाने के एवज में मांगी गई थी। मामला धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंडरी महुआ गांव निवासी सुनीत टोप्पो ने एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में शिकायत करते हुए बताया था कि 19 अगस्त को धरमजयगढ़ क्षेत्र के आबकारी उप-निरीक्षक संतोष कुमार नारंग उनके घर पहुंचा। इस दौरान वह अपनी मां के साथ घर में मौजूद था।

आबकारी उपनिरीक्षक संतोष कुमार नारंग ने घर पर शराब बनाने का आरोप लगाते हुए सामान चेक किया और उसकी मां का कुछ कागज में हस्ताक्षर भी ले लिया और फिर सुनीत टोप्पो और उसकी मां को बड़ी कार्रवाई का भय बताकर 50 हजार रुपए की डिमांड की। प्रार्थी सुनीत टोप्पो उप निरीक्षक संतोष कुमार नारंग को रिश्वत की रकम 50 हजार रुपए नहीं देना चाहता था। बल्कि उसे रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।

सुनित ने इस पूरे मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में की। शनिवार को सुनियोजित तरीके से ट्रेप आयोजित कर प्रार्थी से संतोष कुमार नारंग, आबकारी उप निरीक्षक को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। जिसके बाद संतोष कुमार नारंग के खिलाफ धारा 7 पीसीएक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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