स्वामी स्वरूपानंद शासकीय हायर सेकेण्डरी विद्यालय बिरकोना में विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन
कवर्धा, अगस्त 2025। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) के निर्देशानुसार तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर द्वारा जारी दिशा निर्देश के तहत् कबीरधाम जिले में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती सत्यभामा अजय दुबे के कुशल मार्गदर्शन में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। विधिक जागरूकता की इसी श्रृंखला में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री अमन तिग्गा द्वारा स्वामी स्वरूपानंद शासकीय हायर सेकेण्डरी विद्यालय, बिरकोना, जिला कबीरधाम में उपस्थित विद्यार्थियों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अधिनियम, 1987, बाल श्रम निषेध अधिनियम, किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम), मोटरयान अधिनियम अंतर्गत वाहनों की विज्ञप्ति, बीमा जैसे अनिवार्य प्रावधान, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012, साईबर अपराध एवं आईटी एक्ट, तथा चाईल्ड हेल्प लाईन नंबर 1098 के बारे में सारगर्भित रूप से जानकारी प्रदान की गई।
उल्लेखनीय है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) को न्याय की सुलभ प्राप्ति कराने के लिए योजनाओं के निर्माण एवं उसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए निर्देश प्रसारित करने निर्देशित किया गया था। सर्वोच्च न्यायालय के इसी पहल को साकार स्वरूप प्रदान करने के लिए नालसा द्वारा विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव से अवगत् कराकर जागरूक करने ‘‘डॉन स्कीम‘‘ का संचालन किया जा रहा है। इस योजना का प्रमुख लक्ष्य आज वर्तमान समय में मादक द्रव्यों का सेवन खासतौर पर बच्चों और युवाओं जैसे जन समुदाय को हानिकारक प्रभाव उत्पन्न कर रहा है जिससे गंभीर सामाजिक-आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणाम उत्पन्न हो रहे हैं। प्रायः यह देखा जा रहा है कि, गंभीर अपराधों में व्यक्ति की संलिप्तता भी कहीं न कहीं इन मादक द्रव्यों के सेवन से हो रही है जिसके सेवन से व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित होती है और वह इन आपराधिक कार्यो में संलिप्त हो जाता है। अतः इस योजना का प्रमुख उद्देश्य कानूनी हस्तक्षेप के माध्यम से जागरूकता अभियान और व्यापक पुनर्वास कार्यक्रम का आयोजन करते हुए एक स्वस्थ, सुरक्षित और नशामुक्त भारत की ओर मार्ग प्रशस्त करना है।
जिसके बारे में सारगर्भित रूप से वर्तमान समय में नशे के दुष्प्रभाव के कारण होने वाली हानियों को दृष्टांत प्रस्तुत कर उपस्थित विद्यार्थियों तथा विद्यालयीन शिक्षकगण को जागरूकता प्रदान करते हुए विधिक सेवा गतिविधियों का संचालन किया गया। कार्यक्रम का प्रमुख प्रासंगिक विषय ‘‘नशामुक्त भारत की ओर बढ़ते कदम में हमारी सक्रिय भागीदारी‘‘ तथा ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ‘‘ महत्वपूर्ण रहा। उक्त आयोजित कार्यक्रम में महिला एवं बाल कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग, भोरमदेव नशामुक्ति पुनर्वास केन्द्र तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पीएलव्ही गण का सक्रिय योगदान रहा।