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पंचायत में चचेरे भाइयों के बीच खूनी संघर्ष, ताऊ के बेटों को चाकुओं से गोदा; एक की मौत, दूसरा गंभीर

पानीपत। मतलौडा के छिछड़ाना गांव में ढाई एकड़ जमीन को लेकर सुभाष और रामचंदर के परिवार के बीच बटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। जमीन का बटवारा करने के लिए रविवार को गांव में मंदिर वाली चौपाल में पंचायत बुलाई गई। पंचायत की कार्रवाई अभी पौन घंटे चली थी कि अचानक चाचा के बेटे ने अपने ताऊ के बड़े बेटे सुनील पर चाकू से हमला कर दिया।

यह देख पंचायत में मौजूद छोटा भाई अनिल बचाने के लिए आया तो उसे भी चाकुओं से गोद डाला। सुनील की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल अनिल का निजी अस्पताल में आपरेशन हुआ। पंचायत में उपस्थित मृतक के साले प्रदीप ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची ने जांच और कार्रवाई शुरू कर दी।

मृतक सुनील के साले प्रदीप निवासी गांव खुखराना ने बताया कि गांव छिछड़ाना निवासी रामचंद्र उर्फ नानू और उसके भाई सुभाष पक्ष के बीच करीब ढाई एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। पिछले करीब दो महीने से विवाद बढ़ गया था। विवाद खत्म करने के लिए रविवार को पंचायत में रामचंद्र और उसके भाई सुभाष पक्ष के अलावा गांव के जिम्मेदार लोगों को भी बुलाया गया था।

रविवार सुबह मंदिर वाली चौपाल में पंचायत शुरू हुई। इसमें गांव के बलकार सिंह नंबरदार, राजू, रामकुमार, ऋषिपाल, रणधीर सहित 50 से अधिक लोग पहुंचे। पंचायत ने दोनों पक्षों को अपनी-अपनी बात रखने के लिए कहा। रामचंद्र के बेटे सुनील और अनिल ने अपनी बात रखी। फिर उसके चाचा सुभाष और उनके बेटे जयपाल ने अपनी बात रखी। दोनों पक्ष अपनी बात रख चुके थे। गांव के जिम्मेदार उनसे सवाल जवाब करते हुए विवाद को सुलझाने का प्रयास कर रहे थे। 

आरोप है कि इसी दौरान जयपाल उर्फ रिंकू वहां से चिल्लाता हुए अपने घर चला गया। दो आदमी उसे वापस लाने के लिए भेजे। मगर, जब वह आया तो उसके हाथ में चाकू था और आते ही सुनील पर चाकुओं से हमला कर दिया। यह देख पास खड़ा भाई अनिल बचाने की कोशिश करने लगा, तभी जयपाल उर्फ रिंकू ने उस पर भी चाकू से कई वार करके घायल कर दिया। 

सुनील की मौत हो गई, जबकि अनिल गंभीर घायल हो गया। भरी पंचायत में हुई इस वारदात के बाद वहां भगदड़ मच गई। सबसे पहले आरोपी जयपाल और उसका पिता सुभाष मौके से फरार हो गए। इसके बाद वहां मौजूद लोग भी इधर-उधर हो गए। 

केवल मृतक के परिजन ही मौके पर रहे गए। प्रदीप के मुताबिक, उन्होंने तुरंत घायल अनिल को निजी अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया, जहां उसकी हालत नाजुक देख चिकित्सकों की टीम ने आपरेशन किया। अब स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। प्रदीप ने पुलिस को सूचना दी। 

पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली। इसके साथ ही मृतक सुनील के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया गया। इसके अलावा पुलिस ने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी शुरू कर दिए है। 

दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

सुनील की शादी करीब 11 साल पहले खुखराना गांव निवासी प्रदीप के बहन से हुई थी। इनसे बड़ी बेटी 10 साल और छाोटा बेटा करीब आठ साल का है। सुनील की मौत के बाद बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया और पत्नी से लेकर परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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