छत्तीसगढ़

वरिष्ठ नागरिकों की सेहत और सम्मान के लिए हुआ विशेष शिविर, भेंट किए गए पंछा, श्रीफल और सहारा डंडी

“हमारे बुजुर्ग, हमारी धरोहर” विषय पर बोडला विकासखण्ड में मनाया गया दाई-बाबा दिवस

वरिष्ठ नागरिकों की सेहत और सम्मान के लिए हुआ विशेष शिविर, भेंट किए गए पंछा, श्रीफल और सहारा डंडी

कवर्धा,  जून 2025। राज्य शासन के निर्देशानुसार नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य, विशेष रूप से बुजुर्गों की शारीरिक और मानसिक सेहत की देखभाल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला कबीरधाम में प्रत्येक बुधवार को आयोजित किए जा रहे आरोग्य मेलों की श्रृंखला में इस सप्ताह 4 जून को “दाई-बाबा दिवस” के रूप में आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. राज के मार्गदर्शन में विकासखण्ड बोडला में यह विशेष आयोजन किया गया, जिसकी विषयवस्तु रही कृ “हमारे बुजुर्ग, हमारी धरोहर”। इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच करना ही नहीं, बल्कि उन्हें सामाजिक सम्मान और सुविधाएं प्रदान करना भी रहा।
इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य संयोजक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन बहनों की सहायता से बच्चों को यह प्रेरणा दी गई कि वे अपने दादा-दादी या नाना-नानी को लेकर स्वास्थ्य मेले में लेकर आएं। इस भावनात्मक पहल ने कार्यक्रम को सामाजिक रूप से भी विशेष बना दिया। आयोजन स्थल पर बुजुर्गों के अनुकूल व्यवस्था की गई थी। जिसमें बैठने की सुविधा, छांव, पीने के पानी और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सम्मिलित थीं। उपस्थित बुजुर्गों का सम्मानपूर्वक स्वागत करते हुए उन्हें श्रीफल और पारंपरिक पंछा भेंट किए गए, साथ ही ज़रूरतमंदों को सहारा डंडी (चलने में सहायक छड़ी) भी प्रदान की गई।
स्वास्थ्य शिविर में बुजुर्गों के लिए रक्तचाप, रक्त शर्करा, हड्डियों, मोतियाबिंद, मानसिक स्वास्थ्य एवं स्मरण शक्ति की जांच की गई। प्रत्येक बुजुर्ग के लिए विशेष रूप से स्वास्थ्य परिचय पत्र तैयार किया गया, जिसमें उनकी जांच रिपोर्ट, शरीर की बनावट का सूचकांक और चिकित्सकीय सुझाव दर्ज किए गए। जिन बुजुर्गों के पास आयुष्मान पत्र नहीं थे, उनका मौके पर ही पंजीयन और सत्यापन कराकर स्वास्थ्य पहचान संख्या से जोड़ा गया। साथ ही उन्हें वरिष्ठ नागरिक सेवा पत्र भी प्रदान किया गया ताकि वे आगे भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. राज ने बताया कि राज्य शासन द्वारा बुजुर्गों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए प्रत्येक बुधवार को दाई-बाबा दिवस जैसे आयोजन किए जा रहे हैं, जिससे वरिष्ठजन अपने गांव-समुदाय में ही बेहतर जांच और परामर्श प्राप्त कर सकें। गौरतलब है कि इस प्रकार का आयोजन पूर्व में पंडरिया, सहसपुर लोहारा एवं पिपरिया में भी सफलतापूर्वक किया जा चुका है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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