छत्तीसगढ़

वन्य जीवों की सुरक्षा हेतु एसडीओपी लोहारा द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ जागरूकता बैठक

  • *कबीरधाम पुलिस*
  • *वन्य जीवों की सुरक्षा हेतु एसडीओपी लोहारा द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ जागरूकता बैठक*
  • थाना सहसपुर लोहारा क्षेत्र के ग्राम कोसमंदा एवं दरीगवां में विगत कुछ दिनों से बंदरों द्वारा फसलों को नुकसान पहुँचाने और ग्रामीणों को परेशान किए जाने की घटनाएँ सामने आ रही थीं। ग्रामीणों द्वारा बंदरों की हत्या किए जाने की जानकारी प्राप्त होने पर उक्त समस्या की रोकथाम तथा जनजागरूकता हेतु आज दिनांक 25 मार्च 2025 को अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री प्रतीक चतुर्वेदी के नेतृत्व में थाना सहसपुर लोहारा में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया।
  • बैठक में क्षेत्र के ग्राम सरपंचगण, कोटवार, बजरंग दल के प्रतिनिधि, नगर पंचायत के जनप्रतिनिधिगण, किसान भाई एवं अन्य ग्रामीणजन उपस्थित रहे। बैठक में डिप्टी रेंजर, नायब तहसीलदार, थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी भी उपस्थित थे।
  • बैठक में एसडीओपी श्री प्रतीक चतुर्वेदी द्वारा सभी जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से अपील की गई कि फसलों की सुरक्षा हेतु बंदरों को भगाने के लिए पारंपरिक उपाय जैसे डंडा, फटाका, ढोल, चौकीदार आदि का उपयोग करें, परंतु किसी भी स्थिति में बंदरों की हत्या न करें। बंदर भी वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत संरक्षित प्राणी हैं, और उनकी हत्या करना एक दंडनीय अपराध है। यदि कोई व्यक्ति बंदरों की हत्या करता हुआ पाया गया, तो उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
  • डिप्टी रेंजर द्वारा उपस्थित लोगों को वन्य जीव कानून की जानकारी दी गई तथा यह बताया गया कि यदि किसी गांव में उत्पाती बंदर दिखाई दे तो वन विभाग को तत्काल सूचना दें, स्वेच्छा से कोई हिंसक कार्रवाई न करें। साथ ही फसलों को वन्य जीवों से हुए नुकसान या जनहानि की स्थिति में शासन द्वारा मुआवजा एवं राहत राशि दिए जाने की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी गई।
  • नायब तहसीलदार द्वारा कोटवारों को निर्देशित किया गया कि वे गांव-गांव मुनादी कर ग्रामीणों को यह संदेश दें कि वे वन्य जीवों को क्षति न पहुँचाएँ एवं कानून का पालन करें।
  • थाना प्रभारी निरीक्षक लालमन साव द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि कानून व्यवस्था बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है, और यदि कोई व्यक्ति जनभावनाओं को भड़काकर अथवा स्वयं कानून हाथ में लेकर पशु हत्या करेगा, तो उसके विरुद्ध कठोर कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
  • यह जागरूकता बैठक पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेंद्र सिंह (IPS) तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेंद्र बघेल एवं श्री पंकज पटेल के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में आयोजित की गई, जो वन्य जीवों की सुरक्षा, जनजागरूकता और कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक सराहनीय पहल रही।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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