नईदिल्ली। भारत और पाकिस्तान तनावपूर्ण रिश्तों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार की रात देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने तीन बिंदुओं पर पाकिस्तान को चेतावनी दे डाली। पीएम मोदी ने कहा कि मैं तीन बातें कहता हूं, पहला- भारत पर आतंकी हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे। हर उस जगह जाकर कठोर कार्रवाई करेंगे, जहां से आतंक की जड़ें निकलती हैं। दूसरा- कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेग और तीसरा हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि बीते दिनों में हमने देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है। मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं, सशस्त्र बलों, हमारी खुफिया एजेंसियों, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की तरह से सलाम करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। मैं हमारे देश की हर माता को, देश की हर बहन को और देश की हर बेटी को यह वीरता, साहस, पराक्रम को आज समर्पित करता हूं। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डाला गया था। यह आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा था। क्रूरता थी। यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह पीड़ा बहुत बड़ी थी।

इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर वर्ग, हर समाज, हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी और आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहन और बेटियों के माथों से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। पीएम मोदी ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ नाम नहीं है। यह देश के कोटि-कोटि लोग भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की दूर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है।

राष्ट्र सर्वोपरि होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर्स पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है, लेकिन जब देश एकजुट होता है, नेशन फर्स्ट की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं। परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं। जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला किया, भारत के ड्रोन्स ने हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, बल्कि उनका हौसला भी थर्रा गया। बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने एक प्रकार से ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटी रहे हैं। दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं, चाहे 9/11 हो, चाहे लंदन ट्यूब बॉम्बिंग हो या भारत में दशकों से बड़े-बड़े आतंकी हमले हुए हैं, उन सभी के तार कहीं न कहीं आतंक के इन्हीं ठिकानों से जुड़ते रहे हैं।
100 से अधिक आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया
आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा है, इसलिए भारत ने आतंक के ये मुख्यालय उजाड़ दिए हैं। भारत के इन हमलों ने 100 से अधिक खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया है। आतंक के बहुत सारे आका बीते ढाई-तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे, जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे। उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘साथियों! भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था। हताशा में घिर गया था। बौखला गया था और इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया। आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने के बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों-कॉलेजों, गुरुद्वारों, मंदिरों, सामान्य नागरिकों के घरों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया।
तबाही के बाद पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ से संपर्क किया
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के ड्रोन्स, भारत की मिसाइलों ने सटीकता से हमला किया। पाकिस्तानी वायुसेना के एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिन पर पाकिस्तान को बहुत घमंड था। भारत ने पहले तीन दिन में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था। इसलिए भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा। पाकिस्तान दुनियाभर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा था और बुरी तरह पिटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ से संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे। आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था। पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था। इसलिए जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, पाकिस्तान की तरफ से जब यह कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा, तो भारत ने उस पर भी विचार किया। मैं फिर दोहरा रहा हूं कि हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को अभी सिर्फ स्थगित किया है। आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वह क्या रवैया अपनाता है।
ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ नई लकीर खींची
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘साथियों! भारत की तीनों सेनाएं, वायुसेना, थलसेना और नौसेना, हमारे सीमा सुरक्षा बल, भारत के अर्द्धसैनिक बल लगातार अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की नीति है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है। एक नया पैमाना। न्यू नॉर्मल तय कर दिया है। पीएम मोदी ने कहा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने पाकिस्तान का वह घिनौना सच देखा है, जब मारे गए आतंकियों को बिदाई देने पाकिस्तानी सेना के बड़े-बड़े अफसर उमड़ पड़े। स्टेट स्पॉन्सर्ड टेररिज्म का यह बहुत बड़ा सबूत है। हम भारत और अपने नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए लगातार निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।
21वीं सदी मेड इन इंडिया डिफेंस उपकरणों का समय
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘साथियों! युद्ध के मैदान पर हमने हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है और इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने नया आयाम जोड़ा है। हमने रेगिस्तान और पहाड़ों में अपनी क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया है। साथ ही न्यू एज वारफेयर में भी अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। इस ऑपरेशन के दौरान हमारे मेड इन इंडिया हथियारों की प्रामाणिक सिद्ध हुई। आज दुनिया देख रही है कि 21वीं सदी के वारफेयर में मेड इन इंडिया डिफेंस उपकरणों का समय आ चुका है।
पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकते
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट संदेश दिया और कहा, साथियों! हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हम सभी का एकजुट रहना हमारी एकता हमारी सबसे शक्ति होगी। निश्चित तौर पर यह युग युद्ध का नहीं है, लेकिन यह युग आतंकवाद का भी नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस बेहतर दुनिया की गारंटी है। पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे हैं, वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टेरर इन्फ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा। इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है। भारत का मत एकदम स्पष्ट है- टेरर और टॉक, एकसाथ नहीं हो सकते। टेरर और ट्रेड एकसाथ नहीं चल सकते। सिंधु जल संधि के निलंबन की तरफ इशारा करते हुए पीएम मोदी ने साफ किया कि पानी और खून भी एकसाथ नहीं बह सकते।
भारत का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी है
मैं आज विश्व समुदाय को भी कहूंगा कि हमारी घोषित नीति रही है कि अगर पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर ही बात होगी। अगर पाकिस्तान से बात होगी तो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पीओके पर ही होगी। प्रिय देशवासियो! आज बुद्ध पूर्णिमा है। भगवान बुद्ध ने हमें शांति का रास्ता दिखाया। शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। मानवता शांति और समृद्धि की ओर बढ़े, हर भारतीय शांति से जी सकते, विकसित भारत के सपने को पूरा सके, इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी है और आवश्यकता पड़ने पर इस शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है और पिछले कुछ दिनों में भारत ने यही किया है।
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