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ड्रीम11 से 4 करोड़ जीतने वाले मंगल सरोज को देना होगा Tax, वरना घर पहुंचेगा आयकर विभाग

उत्तर प्रदेश के कौशांबी के रहने वाले मंगल सरोज ने फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम11 के जरिए रातोंरात करीब 4 करोड़ रुपये की मोटी कमाई की है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह बताता है कि उसने इस प्लेटफॉर्म पर विनर टीम कैसे बनाई. सबसे बड़ी बात यह है कि कौशांबी के मंगल सरोज ने ड्रीम11 के जरिए 4 करोड़ रुपये की मोटी कमाई कर तो ली है, लेकिन उन्हें इसके बदले में टैक्स भी देना होगा. टैक्स नियमों के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग में जीती गई राशि पर 30% की दर से स्रोत पर कर कटौती (TDS) लागू होती है. आइए, जानते हैं कि मंगल सरोज को कितना टैक्स देना होगा

मंगलराज को कितना देना होगा टैक्स

अंग्रेजी के अखबार द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंगल सरोज की 4 करोड़ रुपये की जीत पर 30% TDS की दर से करीब 1.2 करोड़ रुपये की कर कटौती होगी. यह कटौती या तो राशि की निकासी के समय या वित्तीय वर्ष के अंत में की जाती है, जो भी पहले हो. यह नियम 1 अप्रैल 2023 से प्रभावी है, जो आयकर अधिनियम की धारा 194BA के तहत लागू होता है.

कैसे होती है नेट विनिंग्स की गणना

नेट विनिंग्स की गणना का अपना एक अलग ही फॉर्मूला है.

  • नेट विनिंग्स = कुल निकासी – कुल जमा – प्रारंभिक शेष राशि + अंतिम शेष राशि

उदाहरण के लिए, यदि मंगल सरोज ने वित्तीय वर्ष में 1 करोड़ रुपये जमा किए और 4 करोड़ रुपये की निकासी की, तो नेट विनिंग्स 3 करोड़ रुपये होगी, जिस पर 90 लाख रुपये का TDS कटेगा.

TDS की राशि की क्या हो सकती है वापसी

अगर खिलाड़ी की कुल आय कर योग्य सीमा से कम है, तो वह आयकर रिटर्न दाखिल करके TDS की वापसी का दावा कर सकता है. हालांकि, यह वापसी आयकर विभाग से होगी, न कि ड्रीम11 से.

मंगलराज ने ऐसे बनाई विनर टीम

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मंगल सरोज ने बताया कि उन्होंने अपनी टीम बनाते समय खिलाड़ियों के हालिया प्रदर्शन, पिच की स्थिति और मौसम की जानकारी का विश्लेषण किया. उन्होंने कप्तान और उप-कप्तान के चयन में भी रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाया, जिससे उन्हें अधिक अंक प्राप्त हुए

जीती गई रकम पर टीडीएस की कटौती जरूरी

ड्रीम11 जैसे फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म पर बड़ी राशि जीतने पर 30% TDS की कटौती अनिवार्य है. खिलाड़ियों को अपनी नेट विनिंग्स की सही गणना और टैक्स की जानकारी होना आवश्यक है, ताकि वे वित्तीय योजना सही तरीके से कर सकें.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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