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पहलगाम हमले के बाद भारत-PAK तनाव के बीच रेलवे ने भी कसी कमर, लिया बड़ा फैसला

पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सीमा पर उत्पन्न तनाव के बीच सशस्त्र बलों को रसद आपूर्ति के लिए लाइनें खाली रखने एवं पथ उपलब्ध कराने को लेकर रेलवे में तैयारियां जोरों पर हैं।रेलवे ने प्रमुख सैन्य छावनियों एवं रक्षा उत्पादन इकाइयों से सामरिक बिन्दुओं तक के मार्ग से केवल आवश्यक गाड़ियों को चलाने, अतिरिक्त या कम महत्वपूर्ण गाड़ियों का रास्ता बदलने का फैसला लिया है।इसी तरह से अनेक जोनों में कम लोकप्रिय गाड़ियों को रद्द किया गया है और उनके रैक को आपात स्थिति के लिए सुरक्षित किया जा रहा है।गुजरात, राजस्थान, पंजाब एवं जम्मू कश्मीर की सीमा के अलावा बंगलादेश से लगती पश्चिम बंगाल, असम सहित पूर्वोत्तर की लाइनों को भी सैन्य परिवहन के हिसाब से तैयार रखने के निर्देश दिए गए

 

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार को जाति आधारित जनगणना के लिए हितधारकों और अन्य लोगों के साथ बातचीत करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों का एक समूह और अधिकारियों की एक विशेषज्ञ समिति नियुक्त करनी चाहिए। रेड्डी ने यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को सामान्य जनगणना के साथ जाति गणना कराने के फैसले के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि तेलंगाना मॉडल का पूरे देश में फॉलो किया जा सकता है।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रखा हुआ है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में जिस आतंकी मॉड्यूल के होने के सबूत मिले हैं, उसी मॉड्यूल के तार 2024 में जम्मू-कश्मीर के ही गंदेरबल जिले में गैर-कश्मीरियों पर हुए एक आतंकी हमले से जुड़े हैं। इस हमले में आतंकियों ने सोनमर्ग में सुरंग परियोजना पर काम कर रहे छह मजदूरों और एक डॉक्टर की हत्या कर दी थी।असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गौहाटी हाई कोर्ट के मौजूदा परिसर को नए स्थान पर स्थानांतरित करने से जुड़े मतभेद के चलते गौहाटी हाई कोर्ट बार एसोसिएशन (GHCBA) से इस्तीफा दे दिया है। सरमा वर्ष 2001 के विधानसभा चुनाव में विधायक चुने जाने से पहले से ही पेशेवर अधिवक्ता के रूप में रजिस्टर्ड थे। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि उन्होंने ‘हितों के टकराव’ के कारण बार निकाय के अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र भेज दिया है।

भारत कब, क्या और कितना बड़ा अटैक कर दे…! इसे लेकर पाकिस्तान में भय बन हुआ है। इस बीच पाकिस्तान के मंत्री अपने जहर उगलने वाले बयानों से बाज नहीं आ रहे हैं। इस बार फेहरिस्त में नया नाम है- मरियम औरंगजेब का। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी की सीनियर नेता और पंजाब प्रांत की मंत्री मरियम औरंगजेब अपने भारत-विरोधी बयान को लेकर चर्चा बटोर रही हैं। उन्होंने भारत सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “भारत अपने ही नागरिकों की मौत पर राजनीति कर रहा है।” साथ ही उन्होंने भारत को गीदड़भभकी भी दी। कहा कि “अगर पाकिस्तान पर युद्ध थोपा गया, तो जवाब तुरंत और मुंहतोड़ होगा।”सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की न्यायिक जांच की मांग वाली जनहित याचिका (PIL) को खारिज कर दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी। याचिका में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से जांच कराए जाने की मांग की गई थी।जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हमला करने वाले आतंकवादियों को लेकर नई जानकारी सामने आई है। खबर है कि हमले में शामिल रहे आतंकवादी अब भी कश्मीर में ही सक्रिय हैं और छिपे हुए हैं। हालांकि, भारतीय सेना या जम्मू और कश्मीर पुलिस की ओर से इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। आतंकियों ने 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आगामी जनगणना में जाति जनगणना को शामिल करने के फैसले के बाद देश की राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी समेत तमाम विपक्ष ने इसे अपनी जीत बताते हुए इसका क्रेडिट अपने नाम किया है। तो वहीं आज भाजपा ने भी कांग्रेस पर पलटवार करते हुए उसे सामाजिक न्याय और जाति आधारित आरक्षण का ऐतिहासिक विरोधी बताया।

 

 

Manoj Mishra

Editor in Chief

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