भोपाल(MANIT Bhopal)। मैनिट में रविवार रात छात्रों की पिटाई के मामले को लेकर मंगलवार को भी परिसर में जमकर हंगामा हुआ। पुलिस की बर्बरतापूर्वक कार्रवाई को छात्रों ने मैनिट के इतिहास का काला दिवस बताया। सभी वर्ष के एक हजार से अधिक छात्रों ने मिलकर हॉस्टल नंबर पांच से लेकर निदेशक केके शुक्ला के बंगले तक मार्च किया।छात्रों ने निदेशक शुक्ला के बंगले का घेराव करते हुए उनके त्यागपत्र की मांग की है। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच के लिए राज्यपाल मंगुभाई पटेल को पत्र लिखा है। छात्रों ने पत्र की प्रति डीसीपी जोन-1 प्रियंका शुक्ला को भी सौंपी है। उनका कहना है कि जिन पुलिसकर्मियों ने उनसे अनावश्यक रूप से मारपीट की है, उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।घटना के विरोध में मंगलवार दोपहर तीन बजे हास्टल से मार्च निकाला गया, जो संस्थान के विभिन्न विभागों के भवनों से होते हुए निदेशक शुक्ला के बंगले पर शाम करीब चार बजे पहुंचा। छात्रों ने यहां निदेशक से बातचीत करने का आग्रह किया, लेकिन निदेशक उनसे नहीं मिले।छात्रों की मांग है कि इस कृत्य को लेकर मैनिट प्रबंधन और पुलिस माफी मांगे। साथ ही छात्रों को पिटवाने के लिए जिम्मेदार निदेशक केके शुक्ला त्यागपत्र दें। बड़ी संख्या में छात्र शाम चार से रात करीब दस बजे तक बंगले के बाहर डटे रहे, लेकिन निदेशक बाहर नहीं निकले। इस पर छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी। रात में छात्रों ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल को पत्र लिखकर जांच की मांग की है।
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