माघ माह में तीर्थ स्नान और भगवान विष्णु का विधान है. गुरुवार व्रत और विष्णु पूजा से व्यक्ति को मोक्ष मिलता है. आज माघ कृष्ण नवमी तिथि, विशाखा नक्षत्र, गण्ड योग, गर करण, दक्षिण का दिशाशूल और तुला राशि का चंद्रमा है. इस दिन आयुष्मान योग में आप व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करें. श्रीहरि का पंचामृत से स्नान कराएं. उसके बाद उनको पीले वस्त्र, पीले फूल, अक्षत्, धूप, दीप, हल्दी, तुलसी के पत्ते, पंचामृत, चने की दाल, गुड़ आदि अर्पित करें. विष्णु सहस्रनाम, विष्णु चालीसा, गुरुवार व्रत कथा का पाठ करें. उसके बाद विष्णु जी की आरती करें. फिर केले के पौधे की पूजा करते हैं. उसके बाद देव गुरु बृहस्पति की पूजा करें. इससे आपकी कुंडली का गुरु दोष दूर होगा.
गुरुवार के दिन व्रत और पूजा से जल्द विवाह के योग बनते हैं. जिनकी कुंडली में गुरु कमजोर होता है, उसे उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई आती है. गुरु को मजबूत करने के लिए इस दिन हल्दी, केला, गुड़, चने की दाल, पीले वस्त्र, पीतल के बर्तन आदि का दान करें. पुखराज या सोना पहनने से ही गुरु दोष दूर होता है. इस दिन भद्रा भी लग रही है. इसमें कोई शुभ काम नहीं करते हैं. पंचांग से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त, भद्रा समय, राहुकाल, दिशाशूल, चौघड़िया समय, सूर्योदय, चंद्रोदय आदि.
आज की तिथि- नवमी – 05:40 पी एम, जनवरी 23 तक, फिर दशमीआज का नक्षत्र- विशाखा – 05:09 ए एम तकआज का करण- गर – 05:40 पी एम तक, वणिज – 06:38 ए एम, जनवरी 23 तकआज का योग- गण्ड – 05:05 ए एम, जनवरी 23 तकआज का पक्ष- कृष्णआज का दिन- गुरुवारचंद्र राशि- तुला – 10:33 पी एम तक
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 07:13 ए एमसूर्यास्त- 05:52 पी एमचन्द्रोदय- 02:33 ए एमचन्द्रास्त- 12:20 पी एम
आज के मुहूर्त और योग
अभिजीत मुहूर्त: 12:11 पी एम से 12:54 पी एम
अशुभ समय
दुष्टमुहूर्त: 10:46 से 11:29 तक, 15:02 से 15:44 तककुलिक: 10:46 से 11:29 तककंटक: 15:02 से 15:44 तकराहु काल: 13:52 से 15:12 तककालवेला/अर्द्धयाम: 16:27 से 17:10 तकयमघण्ट: 07:56 से 08:38 तकयमगण्ड: 07:13 से 08:33 तकगुलिक काल: 09:53 से 11:13 तकदिशाशूल- दक्षिण