महाकुंभ में केवल फर्जी वेबसाइट बनाकर ही श्रद्धालुओं को नहीं ठगा जा रहा है। ठग अब अफसर बन कर्मचारियों पर धौंस जमा रहे हैं। सोमवार को ऐसा ही एक फर्जी नायब तहसीलदार पकड़ा गया। उसे पुलिस को सौंप दिया गया। मुकदमा दर्ज किया गया है। वेद प्रकाश यादव। महाकुम्भ मेला के अस्थाई कार्यालय में कर्मचारी कई बार कथित नायब तहसीलदार की शिकायत कर चुके थे। जो बार-बार आता और काम के लिए दबाव बनाता था। कर्मचारियों के बीच अपनी धौंस जमाने के लिए वो नीली बत्ती लगी कार से आता था। सोमवार को फिर आया और मेला प्राधिकरण के अस्थायी कार्यालय पहुंचा। मीटिंग हॉल में बैठकर दुकान आवंटन के लिए कहने लगा। नायब तहसीलदार शिवशंकर पटेल पहुंचे। उन्होंने कथित नायब तहसीलदार से बातचीत की। सच्चाई सामने आ गई। अफसरों को उसने अपना नाम वेद प्रकाश यादव बताया। जो फूलपुर तहसील के भानेमऊ गांव का रहने वाला है। डीएम महाकुम्भ, विजय किरन आनंद ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि फर्जी नायब नायब तहसीलदार व्यक्ति घूम बनकर एक रहा था। उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया है।
शराब के नशे में हंगामा करने वाले दोनों सिपाही मेला से वापस भेजे गए
शराब के नशे में हंगामा मचाने और साथ पुलिसकर्मी को मारने के लिए राइफल लेकर दौड़ाने के दोनों आरोपी सिपाहियों को उनके तैनाती वाले जिलों मथुरा और अमरोहा वापस भेज दिया गया है। इसके साथ ही एसएसपी कुम्भ ने रिपोर्ट भी संबंधित जिलों के पुलिस कप्तान को प्रेषित कर दी है। दोनों सिपाहियों पर उनके तैनाती जिलों के पुलिस प्रशासन की ओर से विधिक कार्रवाई की जाएगी। कीडगंज स्थित श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े में संतों की सुरक्षा के लिए महाकुम्भ पुलिस लाइन से कुछ सिपाहियों की ड्यूटी लगी हुई है।
रविवार की देर रात दो सिपाहियों ने पहले जमकर शराब पी और फिर किसी बात पर बहस होने पर साथी पुलिसकर्मी को मारने के लिए दौड़ा लिया। दोनों सिपाहियों को राइफल लेकर दौड़ते हुए देख अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत महेश्वर दास और उनके सेवादारों में खलबली मच गई। किसी तरह दोनों सिपाहियों को पकड़कर एसएसपी कुम्भ को सूचना दी गई। एसएसपी कुम्भ राजेश द्विवेदी ने रात में ही दोनों सिपाहियों की मेडिकल जांच कराई। वहीं पीड़ित सिपाही का बयान भी दर्ज किया।