बाराबंकी: कुछ सब्जियों की खेती करना फायदे का सौदा है. कम लागत और मेहनत में यह ज्यादा मुनाफा देती है. इन्हीं में से एक सब्जी है ब्रोकली जो एक विदेशी सब्जी है. पर इसके फायदों के कारण हमारे देश में भी इसे काफी पसंद किया जाता है. ब्रोकली में कई प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते है, जिसको खाने से अनेक प्रकार की बीमारियों से भी छुटकारा मिल जाता है. स्वास्थ्य के प्रति सचेत लोग इसका जमकर सेवन करते हैं. इसके चलते बाजार में इसकी मांग बनी रहती है और दाम भी अच्छा मिलता हैं. ऐसे में किसान इसकी खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं
ब्रोकली की खेती से मुनाफा
जिले के इस प्रगतिशील किसान ने ब्रोकली की खेती में उन्हें लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा हो रहा है. इसके लिए वह कई वर्षों से ब्रोकली की खेती कर रहे हैं. बाराबंकी जिले के पिपरहा गांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान अशोक कुमार ने और फसलों के साथ ब्रोकली की खेती की शुरुआत की जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला. आज वह करीब एक बीघे में ब्रोकली की खेती कर रहे हैं. इस खेती से लगभग उन्हें 70 से 80 हजार रुपए मुनाफा एक फसल पर हो रहा है.
मार्केट में है खूब डिमांड
ब्रोकली की खेती करने वाले प्रगतिशील किसान
ब्रोकली की खेती करीब हम चार-पांच सालों से कर रहे हैं, क्योंकि ब्रोकली की खेती और फसलों के मुकाबले काफी अच्छी है. इस खेती में लागत कम और मुनाफा ज्यादा है. वो कहते हैं, ‘इस समय मेरे पास एक बीघे में ब्रोकली लगी है जिसमें लागत करीब एक बीघे में 15 से 20 हजार रुपये आती है. वहीं, मुनाफा करीब एक फसल पर 70 से 80 हजार रुपए तक हो जाता है. ब्रोकली की काफी ज्यादा डिमांड रहती है. इस समय हमारी ब्रोकली करीब 30 से 40 रुपए पीस में जा रही है जिससे हम लोगों को प्रॉफिट अच्छा हो रहा है.’
कैसे होती है ब्रोकली की खेती
इसकी खेती करना बहुत आसान है. पहले किसान ब्रोकली के बीजों की नर्सरी तैयार करते हैं. उसके बाद खेत की दो से तीन बार जुताई कर गोबर की खाद का छिड़काव करते हैं. उसके बाद खेत बराबर करके ब्रोकली के पौधे की रोपाई की जाती है . तुरंत बाद इसकी सिंचाई करनी होती है. फिर इसकी रोपाई करने के महज 50 से 55 दिनों बाद फसल तैयार हो जाती है जिसे बाजारों में बेच सकते हैं.