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महतारी वंदन योजना के तहत महासमुंद में महिलाओं को हर माह मिल रहे 14 हजार रुपए… जानिए कैसे किया यह कमाल

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा महिलाओं के स्वावलंबन के लिए महतारी वंदन योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत सरकार हर माह महिलाओं के खातों में एक हजार रुपए डीबीटी के तहत ट्रांसफर कर रही है। लेकिन यह जानकार आश्चर्य होगा कि महासमुंद जिले में कुछ महिलाएं इस योजना के तहत हर माह 14 हजार रुपए पा रही हैं। यह सब यहां की महिलाओं की सूझबूझ के कारण हो रहा है। एक मुश्त राशि के लिए यहां की महिलाओं एक समूह बनाया और बचत के साथ एक दूसरे का सहारा बने।

महासमुंद जिले के सुभाषनगर में अहिरवार समाज की 14 महिलाओं ने राज्य सरकार की महतारी वंदना योजना के तहत मिलने वाली राशि को सामूहिक बचत और निवेश का माध्यम बना दिया। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महतारी वंदना योजना के अंतर्गत, पात्र विवाहित महिलाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इन महिलाओं ने व्यक्तिगत खर्चों में इस राशि को उपयोग करने के बजाय, सामूहिक रूप से इसे एकत्रित करने का निर्णय लिया। हर महीने की 5 तारीख को आयोजित बैठक में वे कुल 14,000 रुपये का फंड बनाती हैं। इन रुपयों को जरूरत के अनुसार एक मुश्त किसी एक महिला को दे दिया जाता है। यानी हर माह एक महिला को 14 हजार रुपए एक साथ मिलते हैं।

एक मुश्त राशि मिलने से बड़ी जरूरतें होती हैं पूरी
महिलाओं के इस सामूहिक प्रयास के परिणामस्वरूप, सदस्यों ने अपने परिवारों की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा किया है। सविता ने अपने पति की जूते की दुकान को बढ़ाने में मदद की। चंद्रिका ने अपने दामाद की बरसी पर होने वाले खर्च को पूरा किया। कोमिन ने अपने घर का प्लास्टर कराया है। नरगिस ने अपनी फैंसी स्टोर को बढ़ाया है। गणेशी ने गंगा दर्शन का अपना सपना पूरा किया। शकीला ने अपनी नातिन को अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाया। ईश्वरी हठीले ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने घर में सीढ़ी बनवाई। उत्तरा ने अपनी बेटी की हॉस्टल फीस भरी। रेमा ने गोदरेज की आलमारी खरीदकर अपने परिवार के लिए सुविधा बढ़ाई है।

आर्थिक मजबूती और आत्मनिर्भरता का अनुभव
समूह की सदस्य उत्तरा कहती हैं, पहले यह राशि घर के छोटे-मोटे खर्चों में खत्म हो जाती थी। लेकिन जब हमने इसे मिलकर बचाने का निर्णय लिया, तो इसे बड़े कामों में लगाना संभव हो पाया। गणेशी कहती हैं, कोई हमें एक रुपया देने तैयार नहीं था, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने हमें हर महीने 1,000 रुपये देकर ऐसा सहारा दिया, जैसे मायके में पिता और बड़े भाई देते हैं। इस पहल ने महिलाओं को आर्थिक मजबूती और आत्मनिर्भरता का अनुभव कराया है, साथ ही सामूहिकता की भावना को भी प्रोत्साहित किया है। सुभाषनगर की इन महिलाओं ने साबित किया है कि सही दिशा में छोटा प्रयास भी सफलता की ओर ले जाता है।

सामूहिक बचत और निवेश का यह मॉडल दूसरों के लिए प्रेरणा
महतारी वंदना योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके जीवन स्तर में सुधार करना है। महासमुंद की इन महिलाओं का सामूहिक बचत और निवेश का यह मॉडल अन्य समुदायों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया है, जिससे वे भी अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकें। इस प्रकार, महतारी वंदना योजना ने न केवल व्यक्तिगत स्तर पर महिलाओं की सहायता की है, बल्कि सामूहिक प्रयासों के माध्यम से समुदाय के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महिलाओं की यह पहल इस बात का प्रमाण है कि सरकारी योजनाओं का सही उपयोग और सामूहिकता की भावना मिलकर समाज में व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता है।

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